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शिखर धवन-मुरली विजय के शतकों ने निकाला अफगान स्पिनरों का दम
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शिखर धवन-मुरली विजय के शतकों ने निकाला अफगान स्पिनरों का दम

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शिखर धवन-मुरली विजय के शतकों ने निकाला अफगान स्पिनरों का दम
पहले दिन लंच से पहले शतक बनाने वाले पहले भारतीय बने शिखर
पहले दिन लंच से पहले शतक बनाने वाले पहले भारतीय बने शिखर
पहले दिन लंच से पहले शतक बनाने वाले पहले भारतीय बने शिखर

बेंगलूरू। भारत ने अपने ओपनरों शिखर धवन(107) और मुरली विजय(105) के शानदार शतकों तथा उनके बीच पहले विकेट के लिए 168 रन की जबरदस्त साझेदारी की बदौलत अफगानिस्तान के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच के पहले दिन गुरूवार को छह विकेट पर 347 रन का मजबूत स्कोर बना लिया।

शिखर ने इस मुकाबले में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए पहले दिन लंच से पहले शतक ठोकने की अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की। वह यह कारनामा करने वाले भारत के पहले और दुनिया के छठे बल्लेबाज़ बने। शिखर ने मात्र 96 गेंदों पर 107 रन की पारी में 19 चौके और तीन छक्के लगाये। उनका यह सातवां टेस्ट शतक था।

मुरली विजय ने भी शिखर के साथ सही कदमताल करते हुए 153 गेंदों में 15 चाैकों और एक छक्के की मदद से 105 रन की बेहतरीन पारी खेली। विजय का यह 12वां टेस्ट शतक था और अब वह टेस्ट मैचों में 4000 रन पूरे करने के करीब पहुंच गए हैं। विजय के अब 57 टेस्टों में 3907 रन हो चुके हैं।

दोनों भारतीय ओपनरों ने आतिशी अंदाज़ में बल्लेबाजी करते हुए मात्र 28.4 ओवर में पहले विकेट के लिए 168 रन जोड़ डाले जिनमें शिखर का अकेले योगदान 107 रन था। शिखर ने लंच से पहले अपना शतक 87 गेंदों में 18 चौकों और तीन छक्कों की मदद से पूरा किया। उन्होंने अपने 50 रन 47 गेंदों में पूरे किए। लंच के समय भारत का स्कोर 158 रन था और शिखर 104 और विजय 41 रन पर नाबाद थे।

शिखर लंच के बाद तेज़ गेंदबाज़ यामिन अहमदज़ई की गेंद पर मोहम्मद नबी के हाथों कैच आउट हुए। शिखर का विकेट गिरने के बाद विजय ने लोकेश राहुल के साथ दूसरे विकेट के लिए 112 रन की साझेदारी की। विजय ने अपने 50 रन लंच के बाद जाकर 80 गेंदों में पूरे किए और अपना शतक उन्होंने चायकाल के बाद 143 गेंदों में पूरा किया।

चायकाल से पहले बारिश आने के कारण चायकाल को 15 मिनट पहले लेना पड़ा। उस समय भारत का स्कोर 45.1 ओवर में एक विकेट पर 248 रन था। मैच फिर शुरू होने के बाद अफगानिस्तान ने बेहतर प्रदर्शन किया और भारत के तीन विकेट चटकाये। तेज़ गेंदबाज़ वफादार ने विजय को पगबाधा आउट किया। भारत का दूसरा विकेट 280 के स्कोर पर गिरा।

अहमदज़ई ने लोकेश राहुल (54) को बोल्ड कर अफगानिस्तान को तीसरी सफलता दिलाई। राहुल ने 64 गेंदों पर 54 रन की पारी में आठ चौके लगाये। विराट कोहली की अनुपस्थिति में टीम इंडिया की कप्तानी संभाल रहे अजिंक्या रहाणे मात्र 10 रन बनाकर लेग स्पिनर राशिद खान की गेंद पर पगबाधा हो गए।

चेतेश्वर पुजारा को ऑफ स्पिनर मुजीब उर रहमान ने पगबाधा किया। भारत का पांचवां विकेट 328 के स्कोर पर गिरा। पुजारा ने 52 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 35 रन बनाए। भारत ने चायकाल तक जहां 248 रन पर एक विकेट गंवाया था वहीं उसने बारिश के बाद खेल शुरू होने पर अपने पांच विकेट 54 रन जोड़कर गंवाए।

अफगानिस्तान ने इस तरह अंतिम सत्र में इस मुकाबले में शानदार वापसी कर ली और भारतीय बल्लेबाज़ों पर अंकुश लगा दिया। आठ साल बाद टेस्ट में वापसी कर रहे विकेटकीपर दिनेश कार्तिक की वापसी सुखद नहीं रही और वह 22 गेंदों पर चार रन बनाकर रनआउट हो गए। स्टम्प्स के समय हार्दिक पांड्या 10 और रविचंद्रन अश्विन सात रन पर नाबाद थे।

अफगानिस्तान के स्पिनर भारतीय बल्लेबाज़ों पर वैसा प्रभाव नहीं छोड़ पाये जैसी उनसे उम्मीद की जा रही थी। हालांकि अंतिम सत्र में भारतीय बल्लेबाज़ों ने थोड़ा निराश किया जबकि ओपनरों के शतकों के बाद मध्यक्रम के बल्लेबाज़ों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी।

आईपीएल में तहलका मचाने वाले लेग स्पिनर राशिद खान 26 ओवर में 120 रन लुटाकर एक विकेट ही ले सके जबकि मुजीब ने 14 ओवर में 69 रन देकर एक विकेट लिया। अफगानिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ों का प्रदर्शन स्पिनरों के मुकाबले कहीं बेहतर रहा।

25 साल के अहमदज़ई ने 13 ओवर में 32 रन पर दो विकेट लिए जबकि 18 साल के वफादार ने 15 ओवर में 53 रन देकर एक विकेट लिया। आफ स्पिनर मोहम्मद नबी ने आठ ओवर में 45 रन दिए।