जयपुर। कोरोना संकट की वजह से लौटे प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जिलों में ही काम देने के लिये केन्द्र सरकार द्वारा शुरू किये गये प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत राजस्थाान पांच लाख 50 हजार श्रमिकों को रोजगार दिया जायेगा।
अधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि अभियान के तहत राज्य के 22 जिलों में यह अभियान शुरू किया गया है, जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिले की संभावना है। इसके साथ ही श्रमिकों की कमी से झूझ रहे उद्योग और व्यापार जगत को भी राहत मिलने की संभावना है।
सूत्रो ने बताया कि इस अभियान पर पचास हजार करोड़ रूपये खर्च होंगे। यह अभियान राजस्थान के 22 जिले, बिहार में 32 जिले में, उत्तर प्रदेश के 31 जिले में, मध्य प्रदेश के 24 जिले में, झारखण्ड के तीन जिले में एवं ओडिशा के चार जिले चलाया जाएगा। प्रत्येक जिले में न्यूनतम 25 हजार श्रमिकों को इस अभियान से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस हिसाब से करीब 29 लाख श्रमिक अर्थात एक तिहाई प्रवासी मजदूर लाभान्वित होंगे। कोरोना वायरस महामारी के संकट में घर लौटे प्रवासी मजदूरो को गांव में ही रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए यह अभियान आरम्भ किया गया है।