ढाका। दुबई की एक अदालत ने मानव तस्करी में दोषी पाए जाने के बाद एक महिला सहित पांच बंगलादेशी नागरिकों को चार साल के कैद की सजा सुनाई है।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दैनिक ‘खलीज टाइम्स’ की खबर के मुताबिक दोषी लोग बंगलादेश की रहने वाली 16 वर्षीय लड़की को प्रलोभन देकर दुबई लाए थे और उसे वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर कर रहे थे।
लोक अभियोजन पक्ष के रिकॉर्ड के मुताबिक सभी आरोपी 30 से 42 वर्ष के हैं। उन्होंने पीड़िता का फर्जी उम्र के साथ पासपोर्ट हासिल करने के बाद उसे ढाका से यूएई आने का प्रलोभन दिया और उसे दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उठाकर अल मुहाइस्नाह में एक फ्लैट में ले जाया गया, जहां उसे वेश्या के रूप में काम करने के लिए मजबूर किया गया।
इस मामले में एक दोषी को वेश्यालय चलाने, देह व्यापार और महिलाओं के शोषण के लिए अतिरिक्त छह महीने की सजा मिली है। वेश्यावृत्ति कराने में सहयोग करने के लिए महिला आरोपी को भी अतिरिक्त छह महीने की सजा मिली है।
न्यायालय ने उन्हें देश निकाला और फ्लैट सील करने के भी आदेश दे दिए हैं। यह लोक अभियोजक के आदेश पर ही फिर से खुलेगा। इन लोगों को 14 मई को अल कुसैस में गिरफ्तार किया गया था।
पीड़िता ने जांचकर्ताओं को बताया कि दोषी महिला ने पासपोर्ट हासिल करने के लिए पैसे भेजे थे और उसे यूएई में प्रवेश करने के लिए उम्र बढ़ी दिखाने के भी निर्देश दिए थे।
पीड़िता ने कहा कि मैं तीन मई को यहां पहुंची और एक आदमी ने दुबई हवाई अड्डे पर मेरी अगवानी की। कुछ दिनों बाद मुझे किसी फ्लैट पर ले जाया गया जहां वेश्यावृत्ति के लिए दबाव बनाया गया।
उसने बताया कि उसका वीजा और पासपोर्ट आरोपियों ने जब्त कर लिया था। पुलिस ने 14 मई को फ्लैट पर छापा मारा और आरोपियों और दो एशियाई महिलाओं को गिरफ्तार किया। पीड़िता को दुबई की महिला एवं बाल फाउंडेशन में भेज दिया गया था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें एक नाबालिग लड़की के वेश्यावृत्ति करने की खबर मिली थी।