गांधीनगर। गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों के लिए 26 मार्च को होने वाले चुनाव से पूर्व मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए इसके पांच विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है जबकि एक और विधायक कथित तौर पर पार्टी के लिए ‘संपर्कविहिन’ बताए गए हैं। इन सीटों के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के तीन और कांग्रेस के दो प्रत्याशियों ने नामांकन किया है।
विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने आज सदन में बताया कि कांग्रेस विधायकों मंगल गामित (सीट-डांग), प्रवीण मारू (गढड़ा), प्रद्युम्न सिंह जाडेजा (अब्डासा), सोमा कोली पटेल (लींबडी) और जेवी काकड़िया (धारी) ने सदन की सदस्यता से इस्तीफा दिया है जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है।
इस बीच, कांग्रेस के एक और विधायक कपराडा सीट के जीतु चौधरी भी कथित तौर पर पार्टी से संपर्क विहिन बताए गए हैं। कांग्रेस अपने विधायकों को राजस्थान के जयपुर ले जा रही है। इसी रणनीति के तहत आज बुलाये गये विधायकों में से चौधरी हवाई अड्डे पर नहीं पहुंचे और उनसे संपर्क भी नहीं हो सका। उनके इस्तीफे की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
बदली हुई परिस्थितियों में होने वाले रोमांचक राज्यसभा चुनाव में अब भाजपा का पलड़ा खासा भारी लग रहा है। कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे से अब जीत के लिए जरूरी अंकगणित बदल गया है। पर भाजपा और कांग्रेस दोनो के पास अब भी अपनी अपनी सभी सीटों पर जीत के लिए जरूरी अंक नहीं हैं।
अब तक इन चार सीटों में से तीन भाजपा तथा एक कांग्रेस के पास है पर पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान सदन के बदले अंकगणित और कांग्रेस की बढ़ी हुई संख्या के चलते शुरूआत में दोनो पार्टियों ने दो दो प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की थी पर भाजपा ने नामांकन के अंतिम दिन यानी 13 मार्च की सुबह तीसरे प्रत्याशी के नाम की भी घोषणा कर चुनाव को बेहद रोचक बना दिया।
भाजपा ने पहले रमिला बारा और अभय भारद्वाज को अपना प्रत्याशी बनाया था पर बाद में राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री नरहरि अमीन को अपना तीसरा उम्मीदवार घोषित कर दिया। अमीन पाटीदार समुदाय के हैं और पहले कांग्रेस में थे। कांग्रेस पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री भरतसिंह सोलंकी और राज्य के मंत्री तथा पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल को उम्मीदवार बनाया है।
182 सदस्यीय विधानसभा में अभी भाजपा के 103 और कांग्रेस के 68 विधायक (पांच के इस्तीफे के बाद) हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक विधायक है, कांग्रेस समर्थित निर्दलीय एक (जिग्नेश मेवाणी) और इसके सहयोगी दल भारतीय ट्राइबल पार्टी यानी बीटीपी के दो हैं। जीत के लिए एक उम्मीदवार को प्रथम वरीयता के 35 मतों की जरूरत होगी।
इस बीच, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि चौधरी पार्टी से थोड़े नाराज हैं पर वह पांच अन्य विधायकों की तरह इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होने बताया कि अब तक 67 विधायक जयपुर जा चुके हैं। पार्टी दोनो सीटें जीतेगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा ने इस्तीफा देने वाले पांचों विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया है।