कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के पंखाजूर के परलकोट इरपानार गांव में आज तड़के भारी बारिश के बीच एक मकान ढहने से एक की परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई।
कांकेर जिला कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने बताया कि पंखाजूर इलाके के परलकोट 110 इरपानार निवासी परीमल मल्लिक अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ सो रहा था। भारी बारिश के चलते तड़के मकान ढह जाने से परिवार के सभी पांचों लोग दब गए, जिससे उनकी मौत हो गई। मृतकों की पहचान परीमल मल्लिक (35) उसकी पत्नी सुमित्रा (28) और तीन बेटियां प्रतिमा (7), प्रीति (5) और श्रीति (3) के रूप में हुई है।
शुक्ला ने बताया कि मुआवजा राशि जारी कर दी गई है। इसके अलावा गांव में और जो भी मकान क्षतिग्रस्त हो गए हो गए हैं, उसका आकलन कर पक्का मकान और राहत राशि दी जाएगी। इसी तरह बीजापुर जिले के गंगालूर में नदी मे मछली पकडने गए एक ग्रामीण सूरज हेमला तेज बहाव में बह गया, जिसका अभी तक पता नहीं चल सका है।
बस्तर अंचल में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही वर्षा से जनजीवन अस्त व्यस्त है, नदी नाले उफान पर है। वहीं वर्षाजनित हादसों में पिछले एक महीने में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। बस्तर संभाग में इन्द्रावती संकनी डंकनी, छोटे सभी नदी नाले उफान पर हैं।
इन्द्रावती नदी का जल स्तर खतरे के निशान के ऊपर हैं। राजधानी से बस्तर संभाग का मुख्यालय पिछले 12 घंटों से टूटा हुआ हैं। दक्षिण बस्तर का संपर्क संभाग से टूटा हुआ है। बस्तर संभाग के कई गांव टापू बने हुए हैं।
बीजापुर से तेंलगांना को जोड़ने वाला मार्ग चींता बाबू में अवागमन बंद हो गया। इसी बीच तेलंगाना से सीमेंट की बोरियां से लदा एक ट्रक पुल के टूट जाने से डूब गया। ग्रामीणों ने नाव के सहारे चालक और परिचालक को बाहर निकाला।
दंतेवाड़ा इलाके में बुरगुम और रिवाली इलाके में उफनते नदी नालों को शिक्षकों द्वारा पार कर तिरंगा उत्सव मनाया गया। दंतेवाड़ा इलाके के जिला मुख्यालय से कई गांव का संपर्क टूट गया हैं और कई मकान ढह गए हैं।