श्योपुर | मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में दो दिन में हुई भारी बरसात से बाढ़ के हालात बन गए हैं। श्योपुर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में 45 से ज्यादा कच्चे व कुछ पक्के मकान भी ढ़ह गए हैं। जिले के प्रमुख बांध आवदा जलाशय में 38 फीट जलस्तर हो गया, जो अपनी पूर्ण भराव क्षमता से मात्र साढ़े चार फीट खाली है। यहां अब भी पानी की आवक हो रही है।
मौसम केन्द्र के अनुसार दो दिन में श्योपुर में 320 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है। श्योपुर शहर में भारी बरसात से 18 कच्चे मकान व ग्रामीण क्षेत्रो में करीब 25 कच्चे मकान गिरे हैं। दांतरदा गांव में तो दो मंजिला पक्का मकान जमीदोंज हो गया। चंद्रपुरा गांव के तालाब का पानी घरों में घुस गया, जिससे प्रशासन को जेसीबी की मदद से दीवार तोड़नी पड़ी।
भारी बरसात से ग्वालियर , शिवपुरी मार्ग बावन्दा पुल पर व कोटा और बारां (राजस्थान)मार्ग पार्वती नदी के कुहानजापुर पुल डूबने से तथा राजस्थान के सवाई माधोपुर मार्ग कुसालीपुरा पुलिया पर पानी बढ़ने से कल देर रात तक बंद रहे, जिससे सैंकड़ो वाहन व यात्री फंसे रहे।
कृषि विभाग के मुताबिक़ भारी बरसात से जहां धान की फसल को मदद मिली, वहीं सोयाबीन , उडद , तिल्ली , बाजरा आदि में जल भराव से फसल को नुकसान पहुंचने का अंदेशा है।