चंडीगढ़। पश्चिमोत्तर क्षेत्र में पिछले दो दिनों से प्रचंड शीतलहर और घने कोहरे से हवाई, रेल और परिवहन सेवा पर बुरा असर पड़ा और अगले दो दिन तक इससे राहत की संभावना नहीं है।
कल से आज सुबह तक घने कोहरे ने आम जनजीवन को प्रभावित किया और दृष्यता बहुत कम होने से चंडीगढ़ ,अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, आदमपुर, हलवारा से दोपहर तक कोई उड़ान न गयी और न आई । इसी तरह लंबी दूरी तथा कम दूरी की ट्रेनें देरी से चल रही हैं और सड़क यातायात पर असर पड़ा । दोपहर बाद सूरज की टिमटिमाती किरणों के पड़ते ही कोहरा छंट गया और शीतलहर तथा कोल्ड डे से कुछ राहत मिली ।
मौसम केन्द्र के अनुसार साल के अंत तक सर्द दिन ,प्रचंड शीतलहर और घने कोहरे से राहत मिलने की संभावना नहीं है। इसके बाद नये साल में दो जनवरी से सर्दी की अगली लहर का सामना करना पड़ेगा । कहीं कहीं गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। कल पारा शून्य तक पहुंचने के बाद आज इसमें कुछ वृद्धि हुई तथा बठिंडा ,फरीदकोट ,नारनौल तथा आदमपुर का पारा क्रमश: दो डिग्री रहा ।
हाथ पैर सुन्न करने वाली ठंड से सभी प्राणी परेशान रहे। हिसार ,भिवानी ,सिरसा , हलवारा और दिल्ली का पारा क्रमश: तीन डिग्री , चंडीगढ,अंबाला ,करनाल, गुरदासपुर का पारा चार डिग्री, रोहतक, लुधियाना पांच डिग्री, पटियाला छह डिग्री रहा । चंडीगढ़ सुबह तक घने कोहरे की चादर में लिपटा रहा तथा शीतलहर ने घरों से बाहर निकलने नहीं दिया ।
मौसम केन्द्र के अनुसार चार दिन तक मौसम खुश्क रहेगा ।
श्रीनगर का पारा शून्य से कम दो डिग्री तथा जम्मू दो डिग्री रहा । हिमाचल प्रदेश हिमपात के कारण भीषण ठंड की चपेट में है । शिमला का पारा शून्य के आसपास ,कल्पा शून्य से कम पांच डिग्री , उना शून्य के आसपास , सोलन शून्य से कम ,सुंदरनगर शून्य से कम एक डिग्री ,भुंतर शून्य से कम धर्मशाला एक डिग्री , मंडी एक डिग्री ,कांगडा एक डिग्री नाहन सात डिग्री रहा ।