नयी दिल्ली । खाद्य प्रसंस्करण से जुड़ी कम्पनियों ने केरल के बाढ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने का काम तेज कर दिया है।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हर सिमरत कौर बादल की अध्यक्षता में कल देर शाम हुयी इस बैठक में आईटीसी, कोका कोला, पेप्सी, हिन्दुस्तान लीवर, डाबर, एमटीआर, नेस्ले, ब्रिटानियां आदि कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में एकजुट हो और आपसी समन्वय से केरल के बाढ प्रभावित हिस्सों में राहत सामग्री भेजने पर जोर दिया गया ताकि अधिक से अधिक लोगों तक वह पहुंच सके।
बादल ने कहा कि उनका मंत्रालय राज्य सरकार के साथ निरंतर सम्पर्क में है और जिलों से उनकी जरुरतों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री पी विजयन से बातचीत कर बाढ के कारण आयी विपदा पर अपनी चिन्ता व्यक्त की है और उन्हें अपने मंत्रालय की ओर से हर संभव सहायता देने का भरोसा दिया है।
विजयन ने कहा कि राहत शिविरों में बड़ी संख्या में शिशु रह रहे हैं जिन्हें शिशु आहार की तुरंत जरुरत है। मंत्रालय ने कम्पनियों को इसके लिए मदद करने को कहा है। कई कम्पनियों ने कहा कि वे दूध और शिशु आहार की आपूति को लेकर अमूल के साथ समन्वय करेंगी।
कोका कोला ने 1.4 लाख पेयजल की बोतलें भेज दी है और दो दिनों के अंदर एक लाख बोतल और भेजी जायेगी। पेप्सीको की ओर से 6.78 लाख लीटर पेयजल भेजा गया है। ब्रिटानियां ने 6.5 टन बिस्किट भेज दी है। बिस्किट की 1.25 लाख पैकैट दो दिनों के अंदर और भेजी जायेगी। इसके अलावा तैयार खाद्य सामग्री भी पहुंचायी गयी है। बिकानेरवाला ने एक टन नमकीन भेज दी है।
नेस्ले की ओर से मैगी और दूध की आपूर्ति की गयी है। डाबर की ओर 30 हजार लीटर फलों का रस भेजा गया है। मच्छरों से बचाव की दवा भी भेजी गयी है। इसके अलावा नमक, गेहूं के उत्पाद, मसाले, पानी साफ करने की दवाएं, किरासन तेल, दूध पाउडर, साुन और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुओं को भेजा गया है।
इन कम्पनियों की अोर से मुख्यमंत्री राहत कोष में 10 लाख रुपये भी दिया गया है। खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की ओर से राहत सामग्री के लिए कम्पनियों के साथ समन्वय के लिए उप सचिव अत्यानंद को मनोनीत किया गया है