जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने बुधवार को 15वीं राजस्थान विधान सभा के छठे सत्र में अभिभाषण दिया, देश के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि किसी विधानसभा में राज्यपाल ने सदन में संविधान की प्रस्तावना एवं मूल कर्तव्यों का वाचन किया।
इससे पहले मिश्र के पूर्वान्ह 11 बजे अभिभाषण के लिए विधानसभा पहुँचने पर विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचिव निरंजन आर्य और विधानसभा सचिव प्रमिल कुमार माथुर ने उनका स्वागत किया।
विधानसभा के मुख्य द्वार पर मिश्र को आरएसी की बटालियन ने राष्ट्रीय सलामी दी। इसके बाद उन्हें अभिभाषण के लिए सदन में प्रोसेशन में ले जाया गया। मिश्र ने 45 मिनट में पूरा अभिभाषण पढ़ा। राज्यपाल ने 11.05 बजे अभिभाषण पढ़ना शुरू किया और 11.50 बजे तक इसे पूरा किया।