वन विभाग़, कर्नाटक | देश का एक नेशनल हाइवे ऐसा भी है जो बीते 10 साल से रात के 9 बजे से सुबह 6 बजे तक बंद रहता है। केरल और कर्नाटक को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे -212 की पहचान अब नेशनल हाईवे 766 के रूप में बदल गई है। यह हाईवे कुल 212 किमी है। इस हाईवे पर रात में यातायात बंद करने के पीछे दुर्घटना में जानवरों की मौत की घटनाएं रहीं। कई शिकायतों के बाद दस साल पहले से रात्रिकालीन यातायात बंद है।
राहुल गांधी ने पूछा था कि बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-212 पर रात्रि यातायात पर प्रतिबंध लगा है। क्या केंद्र सरकार वन्यजीवों को परेशान किए बिना इस प्रतिबंध को हटाने के लिए किसी विकल्प पर विचार कर रही है? तो जवाब देते हुए सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि जिला कलेक्टर, चारमराज नगर, कर्नाटक ने राष्ट्रीय उद्यान से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक यातायात पर तीन जून 2009 को प्रतिबंध लगाया था।
जिसे कर्नाटक उच्च न्यायालय ने नौ जनवरी 2010 को सही करार दिया था। बाद में केरल के परिवहन विभाग ने विशेष अनुमति याचिका दायर कर कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने सचिव सड़क परिवहन और राजमार्ग की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। समिति की 18 फरवरी 2019 को आयोजित बैठक में बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान से गुजरने वाले हाईवे पर रात्रि यातायात पर लगी रोक जारी रखने का फैसला किया. क्योंकि यह वन्य जीव प्राणियों का मुख्य क्षेत्र है।
मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि चूंकि रात्रि यातायात के लिए वैकल्पिक मार्ग पहले से उपलब्ध है और सिर्फ चार बसों के साथ आपातकालीन वाहनों को बांदीपुर से गुजरने की पहले से अनुमति दी गई है इसलिए रोक हटाने का औचित्य नहीं है।