पूरे विश्व में जहां कोरोना वायरस का असर फैल रहा है इसका असर इंडियन प्रीमियम लीग पर होता दिख रहा है। जिससे विदेशी खिलाड़ी इस लीग में खेलने के लिए 15 अप्रेल तक उपस्थित नहीं हो पाएंगे। इसका एक कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को बढ़ने से रोकने के लिए सरकरा द्वारा वीजा पर पाबंदियां भी है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इससे टूर्नामेंट के भविष्य पर भी संशय के बादल छाए हैं।
आपको बता दें कि आईपीएल में खेलने आने वाले विदेशी खिलाड़ी बिजनेस वीजा की केटेगरी में आते हैं। जिस पर सरकार के निर्देशानुसार 15 अप्रेल तक रोक है। यानी सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए 15 अप्रेल तक सभी विदेशी वीजा निलम्बित किए गए हैं। हालांकि सरकार द्वारा राजनायिक और कामकाजी श्रेणी में छूट दी गई है।
चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के सीईओ कासी विश्वनाथन के बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा हाल में जारी निर्देशानुसार विदेशी खिलाड़ियों का 15 अप्रेल से पहले आईपीएल में उपलब्ध होना नामुमकिन है। और यह तभी हो सकता है जब बीसीसीआई उनके लिए स्पेशल परमिशन दिलवाए।
आपको बता दें कि भारत में अब तक 73 से अधिक कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं। इस वायरस के कारण पूरी दुनिया में अब तक 4000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
मुम्बई में 14 मार्च को होने वाली आईपीएल की संचालन परिषद् की बैठक में ही इसके भविष्य पर फैसला किया जाएगा। आईपीएल को लेकर सभी निर्णय मुंबई में होने वाली संचालन परिषद् की बैठक में किए जाएंगे। इसका एक विकल्प भी है कि 29 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल को खाली स्टेडियम में कराया जाए।