गौरेला/रायपुर। गमगीन माहौल एवं जब तक सूरज चांद रहेगा, जोगी तेरा नाम रहेगा..जैसे नारों के बीच छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री एवं जनता कांग्रेस के प्रमुख अजीत जोगी को पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ आज अन्तिम विदाई दी गई।
तिरंगे में लिपटे जोगी का पार्थिव शरीर फूलों से सजे एक बड़े वाहन में सुबह राजधानी रायपुर स्थित उनके सागौन बंगला आवास से उनके पैतृक नगर गौरेला के लिए रवाना हुआ। राजधानी में उनका अन्तिम दर्शन करने कल शाम से लगातार उमड़ी भीड़ से सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने की प्रशासन एवं उनके पुत्र अमित जोगी की बार बार सोशल मीडिया पर की जा रही अपील बेअसर साबित हुई।
सुरक्षा बलों को भीड़ के नियंत्रित करने में भारी चुनौती का सामना करना पड़ा। जोगी की शव यात्रा में लगभग 200 वाहन चल रहे थे,और पुलिस के उऩ्हे रोकने के प्रयास विफल रहे। राजधानी से बिलासपुर के रास्ते में जगह जगह लोग अपने प्रिय नेता को अऩ्तिम विदाई देने के लिए खड़े थे।
बिलासपुर में उनके आवास मरवाही सदन में उनका पार्थिव शरीर अन्तिम दर्शन के लिए रखा।भारी भीड़ के चलते यहां भी सुरक्षा बलों के किए गए सभी बन्दोबस्त ध्वस्त हो गए। यहां से कोटा, रतनपुर होते हुए उनका पार्थिव शरीर उऩके पैतृक गांव जोगीसार ले जाया गया। वहां उनके पारिवारिक लोगो एवं ग्रामवासियों ने अन्तिम विदाई दी।
जोगी का पार्थिव शरीर फिर गौरेला स्थित जोगी निवास पर ले जाया गया, जहां फिर उसे अन्तिम दर्शन के लिए रखा गया। जोगीसार से लेकर गौरेला तक अपने नेता को अन्तिम विदाई के लिए उमडे जनसैलाब ने सोशल डिस्टेसिंग की अपील धरी रह गई। लोगों में जोगी के पार्थिव शरीर के दर्शन की होड़ थी, इसे नियंत्रित करने में सुरक्षा बलों को काफी मुश्किल हुई।
गौरेला में अन्तिम दर्शन के बाद वहां पर प्रार्थना सभा हुई, जिसके लिए छत्तीसगढ़ के विशप स्वयं वहां पहुंचे थे। धार्मिक परम्पराओं को पूरा करने के बाद उनके पार्थिव शरीर को यहां स्थिति ग्रेव यार्ड(ईसाई कब्रिस्तान) में दफनाया गया। इससे पूर्व उऩ्हे छत्तीसगढ़ पुलिस की तरफ से गार्ड आफ आनर दिया गया।
इस मौके पर उऩकी पत्नी डा.रेणु जोगी, उऩके पुत्र अमित जोगी एवं अऩ्य पारिवारिक लोगों के अलावा राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य जयसिंह अग्रवाल, कवासी लकमा एवं अमरजीत भगत, नेता प्रतिपक्ष धरम कौशिक, पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल, जनता कांग्रेस विधायक दल के नेता धऱमजीत सिंह, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नन्द कुमार बघेल सहित कई विधायक एवं अन्य लोग मौजूद थे।