कोहिमा। नागालैंड के पूर्व मुख्य सचिव एवं पद्म अच्युत माधव गोखले का निधन हो गया। वह 75 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं। गोखले का रविवार को महाराष्ट्र के पुणे में निधन हुआ था।
गोखले का जन्म तीन जनवरी, 1946 को हुआ था। वह भारतीय नौसेना में एक पूर्व शॉर्ट सर्विस कमीशन अधिकारी थे। वह 1973-74 में मसूरी में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी की परिवीक्षा पूरा करने के बाद प्रतिष्ठित आईएएस में शामिल हो गए थे। वह पहली बार नागालैंड सरकार की सेवा में मोकोकचुंग में एक सहायक आयुक्त पद पर नियुक्त किए गए थे और उन्होंने मुख्य सचिव के सर्वोच्च पद पर रहते हुए अपनी सेवा दी थी।
उन्हें 1990 में ग्राम विकास बोर्डों पर काम करने और जवाहर रोजगार योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। उन्होंने गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों मंत्रालय में भारत सरकार के सचिव के रूप में भी कार्य किया था और पर्यावरण और वन मंत्रालय की जेनेटिक इंजीनियरिंग अनुमोदन समिति के अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवा दी थी। वर्ष 1992 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के बाद राज्य में लौटते हुए उन्होंने राज्य के कृषि उत्पादन आयुक्त के रूप में लॉन्च करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
इस बीच नागालैंड के मुख्यमंत्री नीफिउ रियो ने गोखले के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा यह एक ऐसा क्षति है जो उनके परिवार के सदस्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि नागालैंड में हम सभी के लिए है।
रियो ने अपने शाेक संदेश में कहा गोखले एक असाधारण अधिकारी, एक आशावादी, एक सच्चा नेता और एक श्रेष्ठ विचारक थे। उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा में रहते हुए अपने तीन दशक से अधिक की सेवा के दौरान क्रांतिकारी बदलाव लाए। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्य सचिव ने नागालैंड में ग्राम विकास बोर्डों की अवधारणा तरह से विकसित किया और राज्य के बाकी हिस्सों में पंचायती राज संस्थानों को लाने से पहले करते हुए ग्राम स्तर तक विकास किया।