जयपुर। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मास्टर भंवरलाल मेघवाल के निधन के बाद खाली हुई केबिनेट सीट पर दलित को ही मंत्री बनाने के साथ राजनीतिक नियुक्तियों में भी पिछडे और दलितों को स्थान देने पर जोर दिया है।
पायलट बुधवार को चाकसू में डा भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति का अनावरण समारोह में कहा कि कांग्रेस हमेशा दलितों और पिछडो के साथ रही है। ऐसे में हमें उन लोगों से दूर रहना चाहिए जो लचीले भाषण देते हैं, झांसे देते हैं, दंगों को बढ़ावा देते हैं और जो लोग अंबेडकर और सरदार पटेल को देखते नहीं थे, लेकिन आप के वोट के चलते इन्हें पूजने लगे हैं।
पायलट ने कहा की आनन-फानन में मूर्ति रखना और किसी से न पूछना, न बताना सही परंपरा नहीं है. इससे मैसेज सही नहीं जाता है। उन्होंने कहा कि आज जो कार्यक्रम किया गया है वह कानूनी तरीके से किया गया है। कार्यक्रम में पायलट ने कहा कि आज 21वीं सदी में भी दलित, आदिवासियों के साथ शोषण होता है, उनकी आलोचना होती है लेकिन हम लोगों को अलग-अलग करके देश को आगे बढ़ाना चाहेंगे तो नहीं बढ़ सकते।
उन्होंने कहा कि अंबेडकर के नाम पर कई आंदोलन हुए कई पार्टियां बनीं और लोग कई पदों पर भी उनके नाम पर पहुंच गए लेकिन सिर्फ दलितों के लिए नहीं बल्कि देश तब आगे बढ़ता है जब पूरा समाज आगे बढ़ता है।