मैसूरु। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिद्दारामैया सोमवार को तालुका पंचायत की पूर्व उपाध्यक्ष के टेबल पीटने से इतने खफा हुए कि उन्होंने महिला से माइक छीन लिया और उसे कार्यक्रम से बाहर निकलवा दिया।
सिद्दारामैया एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने राज्य के टी. नगरसिपुरा गर्गेश्वर पहुंचे थे। इसी दौरान महिला ने टी. नरसिपुर के विधायक और सिद्दारामैया के पुत्र डॉ. यतींद्र पर लोगों की शिकायतें नहीं सुनने का आरोप लगाया। सिद्दारामैया ने जब महिला की शिकायतें अनसुनी की तो उसने उनके सामने टेबल पीट दिया और फिर से डॉ. यतींद्र पर लोगों की शिकायतों की अनदेखी करने का आरोप लगा। इसके बाद दोनों में तीखी बहस हुई और सिद्दारामैया ने महिला से माइक्रोफोन छीन लिया और उसे कार्यक्रम से बाहर निकलवा दिया।
सिद्दारामैया ने महिला की ओर से अपने पुत्र के विरुद्ध आरोप लगाने पर उस पर जोर से चिल्लाए और कहा कि क्या उन्होंने देश को धोखा दिया है। सिद्दारामैया के इस व्यवहार की राजनीतिक दलों विशेषकर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी निंदा की है और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उनको कांग्रेस से निकालने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने सच कहने वाली महिला के खिलाफ सिद्दारामैया के व्यवहार की निंदा की।
उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले को स्वत: संज्ञान में लिया है और पुलिस ने इस मामले की जांच करने और रिपोर्ट भेजने को कहा है। जिस महिला के साथ यह घटना घटी है, उसने कहा है कि सिद्दारामैया एक अच्छे इंसान है और अगर उन्होंने उसे थप्पड़ भी मारा होता तो वह शिकायत नहीं करती। उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानती वह गुस्सा क्यों हो गए। शायद टेबल ठोकने की वजह से उन्होंने आपा खो दिया। वह एक अच्छे आदमी है। उन्होंने कई बार मेरी सहायता की है। मैं उनके खिलाफ शिकायत नहीं करूंगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येद्दियुरप्पा ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सिद्दारामैया को आपा नहीं खोना चाहिए था। उन्हें महिला के साथ भद्र व्यवहार करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अगर वह उसकी शिकायत सुनते और उसका समाधान करते, तो मामले का समाधान हो सकता था, लेकिन इसके बजाय वह उस पर चिल्लाए और सबके सामने उसका ‘दुपट्टा खींचा।