मुंगेर। बिहार के पूर्व स्वास्थ्य और कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह ने शुक्रवार को मुंगेर कोतवाली थाना के जालसाजी के एक मामले में मुंगेर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में आत्मसमर्पण किया।
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि मुंगेर कोतवाली थाना में दर्ज प्राथमिकी में नरेन्द्र सिंह और उनके पुत्र पर झारखंड के देवघर में एक जमीन के पांच करोड़ के सौदे में बिचै लिए की भूमिका निभाने का आरोप है। कोतवाली में दर्ज प्राथमिकी में बमबम उर्फ ब्रजेश सहित चार लोग गिरफ्तार किए गए थे। गिरोह के लोगों पर जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के पी. ए बनकर नौकरी के नाम पर लोगों को ठगने का भी आरोप है। न्यायालय ने पटना उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में पूर्व मंत्री को जमानत दे दी।
इस बीच मुंगेर न्यायालय से जमानत मिलने के बाद पूर्व कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह ने बताया कि उन्हें न्यायालय में पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के कारण उन्हें इस मामले में फंसाया गया है।