आकलैंड। पूर्व न्यूज़ीलैंड तेज़ गेंदबाज़ हीथ डेविस ने पहली बार सार्वजानिक रूप से समलैंगिक होने का खुलासा किया है। वह ऐसा करने वाले अपनी देश के पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं।
‘द स्पिनऑफ़’ के लिए एक डॉक्युमेंट्री में डेविस ने कहा कि (1994 में) इंग्लैंड का पहला दौरा वह वक़्त था जब मैं आत्म खोज में व्यस्त था। मैं बार में जाता था और देखने की कोशिश करता था कि मेरे लिए क्या सही होगा। मैंने यह वहीं छोड़ दिया था। मैं अपने व्यक्तिगत जीवन को अलग रखना चाहता था। इससे काफ़ी अकेलापन होता था। आप पहचाने ना जाने के लिए सौना और अन्य एकांत के जगह ढूंढते थे। मेरे पास ऐसे लोग थे जिनसे मैं बात कर सकता था लेकिन मैंने कभी सहज महसूस नहीं किया।
डेविस अपने खेल जीवन में न्यूज़ीलैंड के सबसे तेज़ गति के गेंदबाज माने जाते थे हालांकि गेंद के नियंत्रण को लेकर उन्हें काफ़ी संघर्ष करना पड़ता था। उन्होंने 1994 और 1997 के बीच कुल पांच टेस्ट और 11 वनडे अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले थे। साल 1997 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे के बाद जब उन्हें ड्रॉप कर दिया गया तो उन्होंने वेलिंग्टन से ऑकलैंड में बसने का फ़ैसला लिया।
उन्होंने इस बारे में कहा कि ऐसा लगा इस फ़ैसले के लिए सारे आसार सही थे। ऑकलैंड में सबको मेरे समलैंगिक होने का पता था। टीम में भी इस बात पर कोई दिक़्क़त नहीं आई। मुझे आजाद होने का अनुभव मिला।
डेविस इसके बाद 2004 में ब्रिस्बेन में जाकर बस गए थे। 2009 में एक फ़ॉर्कलिफ़्ट के दुर्घटना में उनके होने के बाद उनके पैर के एक हिस्से को काटना पड़ा था। डेविस ने टेस्ट क्रिकेट में 17 विकेट लिए, जिसमें श्रीलंका के विरुद्ध 63 रन देकर पांच विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ स्पेल था, और वनडे क्रिकेट में उनके 11 विकेट हैं। साल 2011 में पूर्व इंग्लैंड विकेटकीपर स्टीवन डेवीस पहले पुरुष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर बने जिन्होंने समलैंगिक होने की बात सार्वजानिक की थी।