नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जाखड़ को अंगवस्त्रम पहनाकर पार्टी में स्वागत किया और कहा कि राष्ट्रीय सोच और विचारधारा के लोगों का भाजपा में स्वागत है। जाखड़ ने कांग्रेस नेतृत्व की शैली पर गहरे सवाल उठाते हुए पिछले दिनों पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया था।
जाखड़ ने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने खुले दिल और आत्मीयता से उनका स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि वह निजी स्वार्थ की राजनीति नहीं करते लेकिन जिस तरह उनकी पिछली पार्टी कांग्रेस ने पंजाब को वहां की आबादी में, जात-पात और धर्म के प्रतिशत (अनुपात) के नाम पर बांटने की कोशिश की, वह उनके लिए पीड़ादायक था। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस तरह की राजनीति का विरोध किया और इसलिए उन्हें कांग्रेस छोड़नी पड़ी।
उन्होंने कहा कि पंजाब में कोई दोयम दर्जे का नागरिक नहीं है। पंजाब ने देश की सेवा में अपना नाम कमाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने उसूलों से हट चुकी है, इसलिये उन्होंने सोचा कि अब 50 साल पुराने संबंध को तोड़ने का समय आ गया है।उन्होंने कहा कि सुनील को पद से हटाया जा सकता है, उसकी आवाज़ को बंद नहीं किया जा सकता।
जाखड़ ने कहा कि पंजाब गुरु, संतों और पीरों की धरती है, और राष्ट्रीयता की भावना परस्पर एकता के भाव से पनपती है। उन्होंने कहा कि गुरु साहब (नानक देव) ने सर्वसमानता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब राष्ट्रीय अखंडता और भाईचारे के लिये खड़ा रहा है। वहां आतंकवाद के समय 25,000 से अधिक पंजाबियों की कुर्बानी के बावजूद कोई धार्मिक नफ़रत नहीं दिखी।
जाखड़ ने कहा कि मुझे करतारपुर साहिब गलियारा खोले जाने के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने, उनके साथ बैठकर लंगर चखने का अवसर मिला था। उनसे बात हुई थी और उनके विचारों को सुनने-समझने का अवसर मिला था, लेकिन केवल एक बार से कोई व्यक्ति पार्टी नहीं छोड़ता है।