नई दिल्ली। अंडर-19 विश्व कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान उन्मुक्त चंद ने 28 साल की उम्र में भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है।
उन्मुक्त ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा कि मैंने बीसीसीआई को अलविदा कहने और दुनिया भर में बेहतर अवसरों की तलाश करने का फैसला किया है। ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं पता कि मुझे कैसा महसूस करना चाहिए, मैं अभी भी समझा नहीं पा रहा हूं। अपने देश का फिर से प्रतिनिधित्व न कर पाने का विचार ही सचमुच मेरे दिल की धड़कन को कुछ देर के लिए रोक देता है।
उल्लेखनीय है कि उन्मुक्त 2012 अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में 111 रनों की नाबाद पारी खेलकर सुर्खियों में आए थे। इस प्रतिभाशाली क्रिकेटर ने स्कूल में रहते हुए दिल्ली के लिए रणजी ट्रॉफी में पदार्पण किया और अपने चौथे मैच में अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक (151) और अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाया।
इसके बाद उन्होंने 18 साल की उम्र में आईपीएल में पदार्पण किया और जब चंद आईपीएल (दिल्ली डेयरडेविल्स, मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए प्रभावित करने में विफल रहे तो वह भारत ए के लिए नियमित हो गए और 2013 में न्यूजीलैंड ए और 2015 में बंगलादेश ए के खिलाफ जीत दिलाई।
उन्मुक्त 2013 चैंपियंस ट्रॉफी और 2014 टी-20 विश्व कप के लिए 30 सदस्यीय टीम का भी हिस्सा रहे, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल पाया। 28 वर्षीय उन्मुक्त ने ट्वीट में कहा कि व्यक्तिगत रूप से भारत में मेरी क्रिकेट यात्रा के कुछ शानदार क्षण रहे हैं। भारत के लिए अंडर-19 विश्व कप जीतना मेरे जीवन के सबसे बड़े पलों में से एक है।
एक कप्तान के रूप में कप को उठाना और दुनिया भर में इतने सारे भारतीयों के चेहरे पर मुस्कान लाना एक खास एहसास था। मैं उस अहसास को कभी नहीं भूल सकता। इसके अलावा कई मौकों पर भारत ए का नेतृत्व करना और विभिन्न द्विपक्षीय और त्रिकोणीय श्रृंखला जीतना मेरी यादों में हमेशा के लिए अंकित है।