हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ जिले में राज्य प्राकृतिक आपदा प्रबंधन (एसड़ीआरएफ) की रेस्क्यू टीम इंदिरा गांधी नहर में कल फेंके गए चार बच्चों की तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस के अनुसार एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम बीकानेर से आज सुबह इंदिरा गांधी नहर के मसीतांवाली हेड पर पहुंची। इस टीम में कई गोताखोर एवं अन्य कर्मचारी शामिल हैं। इनके साथ आसपास के गांवों के कुछ निजी गोताखोर भी नहर में बच्चों की तलाश कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि अभी तक बच्चों का पता नहीं चला है।
गौरतलब है कि इंदिरा गांधी नहर की बुर्जी संख्या 636 के पास पुल पर कल शाम को हरियाणा के समीपवर्ती ऐलनाबाद शहर की एक महिला सुमन कामड़ ने अपने तीन बच्चों गायत्री (16), प्रियंका (14) एवं राहुल (10) के साथ नहर में छलांग लगा दी थी।
छलांग लगाने के साथ ही सुमन चिल्लाने लगी। उसकी आवाज सुनकर पास के खेत में काम कर रहा एक किसान सुखदेवसिंह बावरी भाग कर आया। उसने अपने साफे की मदद से सुमन को बचा लिया लेकिन उसके तीन बच्चे बह गए।
पुलिस के अनुसार सुमन गृह क्लेश से परेशान होकर अपने तीनों बच्चों को लेकर खुदकुशी करने के लिए नहर पर आई थी। सुमन का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
इससे पूर्व कल सुबह हरियाणा के ही फतेहाबाद जिले में गिलाखेड़ा निवासी राजेंद्र मेघवाल अपनी पुत्री आशा (11) और जतिन (8) को साथ लेकर मसीतां वाली हैड पर आया और बच्चों समेत नहर में कूद गया। राजेंद्र मेघवाल भी अपनी पत्नी से मनमुटाव हो जाने के कारण परेशान होकर बच्चों सहित खुदकुशी करने आया था।
राजेंद्र मेघवाल और आशा को नजदीक खेत में काम कर रहे लोगों ने बचा लिया लेकिन जतिन पानी के तेज बहाव में बह गया। जतिन का भी अभी कुछ पता नहीं चला है। एसडीआरएफ की टीम मोटर बोट, गोताखोर और अपने अन्य संसाधनों के साथ इन बच्चों की तलाश में जुटा है।