पणजी। गोवा के राज्यपाल बी एस कोश्यारी के अभिभाषण के साथ विधानसभा का चार दिवसीय संक्षिप्त शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू हुआ।
कोश्यारी ने सत्र के पहले दिन विधायकों को संबोधित किया। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विपक्षी सदस्यों ने काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन किया।
कोश्यारी के संबोधन के बाद विपक्षी सदस्य बिना आवाज किये तथा काली तख्तियां दिखाते हुए प्रदर्शन करने लगे।
विधानसभा में विपक्ष के नेता दिगंबर कामत ने कहा कि पिछले वर्ष विधानसभा का सत्र केवल पांच दिनों के लिए बुलाया गया। सदन का लंबा सत्र बुलाने की मांग के बावूजद इसे घटाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, पिछले वर्ष सदन की बैठक केवल पांच दिनों तक हुई। इस बार सत्र केवल चार दिनों के लिए बुलाया गया है। कई ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें सदन में उठाया जाना है।
गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के विधायक विजय सरदेसाई और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) विधायक चर्चिल अलेमाओ ने कहा कि राज्य मेें कोयला से संबंधित मसले पर सदन में चर्चा की जानी चाहिए।
कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री लुजिन्हो फ्लेरो ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल को भी पत्र लिखकर कोयला के मुद्दे पर चर्चा के लिए विधानसभा का विशेष सत्र आहूत करने का अनुरोध किया था।
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्षी सदस्य हाथों में काला फीता बांधे हुए थे। भारतीय जनता पार्टी के विधायक ग्लेन टिक्लो ने जब राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया तो विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। अध्यक्ष राजेश पटनेकर ने हाल के दिनों में दिवंगत हुए पूर्व विधायकों तथा पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी समेत विभिन्न क्षेत्रों की दिग्गज हस्तियों के निधन पर शोक प्रस्ताव पढ़ा तथा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। बाद में सदन में सभी दिवंगत लोगों के सम्मान में एक मिनट का मौन रखा गया।