अजमेर। राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद नई दिल्ली की ओर से वैशाली नगर स्थित एचकेएच स्कूल में सिंधी कहानी, नाटक, उपन्यास एवं यात्रा वृतांत पर आयोजित चार दिवसीय कार्यशाला का शनिवार को विधिवत समापन हुआ।
कार्यशाला में शिक्षा के आधार पर कहानी यात्रा, वृतांत एवं नाटक लेखन के बारे में बताया गया। समापन सत्र में इंदौर के हरीश सेवानी ने यात्रा वृतांत, भावनगर की उमा ने कहानी एवं अहमदाबाद के निखिल खट्टर ने नाटक की प्रस्तुति की। नेहा शर्मा एवं कुमार गुरनानी ने कार्यशाला के अनुभवों को साझा किया।
समापन समारोह के अध्यक्ष ढोलन राही ने बच्चों से भाषा से जुडे रहने का आग्रह करते हुए कहा कि निराशा रूपी अंधकार में यह कार्यशाला चमकते सितारे की तरह है जो आने वाले समय में वृहद उजियारे का रूप लेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एडीएम सिटी सुरेश सिंधी ने कार्यक्रम की रूपरेखा एवं उनके प्रभाव पर विस्तार से बच्चों का मार्गदर्शन किया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि मोतीलाल ठाकुर थे।
परिषद के निदेशक डा प्रताप पंजानी ने सफल संचालन के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यशाला की रिपोर्ट कार्यशाला संयोजक सुरेश बबलानी ने प्रस्तुत करते हुए कहा कि अजमेर की धरती साहित्यकार पैदा करती है। यह कार्यशाला पौध रोपने सरीखी साबित होगी। वरिष्ठजनों का सान्निध्य इसी प्रकार मिलता रहा तो सिंधी भाषा पल्लवित होती जाए्गी।
संचालन अंजलि ने किया। इस अवसर पर डा कमला गोकलानी, सुनील भूटानी, सुंदर मटाई, नरेश रावलानी, किशन खुराना, पुरुषोत्तम तेजवानी, ललित शिवनानी, भीष्म शर्मा, लता शर्मा, महेश सावलानी, दयाल परियानी एवं सिन्धी भाषा में रुचि रखने वाले गणमान्यजन उपस्थित रहे।