सुकमा। छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर कोन्टा ब्लाक के तेलंगाना व छत्तीसगढ़ के सरहदी क्षेत्र में स्थित थाना मरईगुड़ा के अंतर्गत ग्राम लिंगनपल्ली के केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) बटालियन 217 के कैम्प में रविवार देर रात सीआरपीएफजवान ने अपने साथियों पर एके-47 से फायरिंग कर दी।
इस घटना में चार जवानों की मौत हो गई जबकि तीन जवान घायल है। जिनमें दो जवानों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें चॉपर के माध्यम से रायपुर रामकृष्ण अस्पताल भेज दिया गया है। घटना के बाद आरोपी जवान को हिरासत में ले लिया गया है। अभी तक फायरिग की सही वजह सामने नहीं आ सकी है।
सूत्रों के अनुसार लिंगनपल्ली के सीआरपीएफ कैम्प में संयुक्त रूप से 217 बटालियन एवं 50वीं बटालियन रहती है। रविवार रात 3 बजकर 30 मिनट में आरोपी हितेश रंजन ने अपने ही साथियों पर ए के-47 से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी जिसमें से तीन की मौके पर ही मौत हो गई एवं चार घायल हो गए और दो लोगों ने बेड के नीचे छिपकर अपनी जान बचाई।
घायल चार जवानों में से एक कि तेलंगाना के भद्राचलम अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि बचे तीन घायल में दो की हालत नाजुक होने की वजह से उन्हें चॉपर के माध्यम से रायपुर के रामकरण अस्पताल बेहतर इलाज के लिए ले जाया गया है।
इस घटना की जानकारी मिलते ही बस्तर आईजी सुंदर राज पी, सुकमा एसपी सुनील शर्मा, सीआरपीएफ डीआईजी सुकमा रेंज योग्यान सिंह एवं सुकमा कलेक्टर विनीत नन्दनवार लिंगनपल्ली सीआरपीएफ कैम्प पहुंचे।
कैम्प पहुंचकर पूरी बस्तर आईजी सुंदर राज पी ने पत्रकारों को बताया आरोपी जवान अभी तीन महीने पहले ही छुट्टियां काट कर आया था व आने वाले सोलह तारीख को छुट्टी पे जाने वाला था जिसकी ट्रेन में रिजर्वेशन भी हो गई थी। सब कुछ ठीक होने के बाद भी ऐसी घटना सामने आई जो कि जांच का विषय है। हमनें धारा 302 के तहत केस दर्ज कर ली है। आगे जांच के बाद जानकारी दी जाएगी।
बताया जा रहा है कि आपसी रंजिश व मानसिक संतुलन बिगड़ने के कारण आरोपी जवान हितेष रंजन ने फायरिंग की। एक दिन पहले भी उसका साथी जवानों से विवाद हुआ था एवं आरोपी जवान विगत कई दिनों से परेशान नजर आ रहा था।
मारे गए जवान बिहार एवं पश्चिम बंगाल के है। फायरिंग के घटना में मारे गए तीन जवान बिहार के व एक जवान पश्चिम बंगाल का निवासी था। बिहार से धर्मेन्द्र कुमार, धनजी, राजमणि कुमार यादव एवं पश्चिम बंगाल से राजीव मंडल थे। साथ ही घायल जवान धनन्जय केआर सिंह, धर्मात्मा कुमार व मलय रंजन महाराणा थे।
चार जवानों के शव को पोस्टमार्टम (पीएम) के लिए जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज लाया गया है। पीएम के बाद रात को ही शहीद जवानों के शवों को गृह ग्राम भेजा जाएगा।