नयी दिल्ली । तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के एन. शिवप्रसाद और अन्नाद्रमुक के नेता पी वेणुगोपाल सहित चार सदस्यों को अध्यक्ष के आसन के निकट आ कर हंगामा करने के कारण आज लोकसभा की सदस्यता से दो दिन के लिए निलंबित कर दिया गया तथा इसके साथ ही सदन की कार्यवाही साढे 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
एक बार के स्थगन के बाद 12 बजे दोबारा कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाये और इसके बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को रक्षा संबंधी ठेके दिये जाने के संबंध में एक बयान दिया अौर तभी शिवप्रसाद खड़ताल बजाते हुये आसन के समीप आ गये। दूसरी अोर से अन्नाद्रमुक के श्री वेणुगोपाल, श्री एन के रामचंद्रन एवं एक अन्य सदस्य भी आसन के समीप आ गये।
महाजन ने उन्हें सख्त चेतावनी दी कि वे अपने स्थान पर जाएं पर इसका कोई असर नहीं हुआ। अध्यक्ष ने कहा कि वह नियम 374 (ए) के तहत चार सदस्यों का नाम ले रहीं हैं जिससे वे स्वत: ही दो दिनों के लिए सदन की सदस्यता से निलंबत हो गये हैं। इसके बाद अध्यक्ष ने साढ़े बारह बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित करने की घोषणा कर दी।
इससे पहले सुबह 11 बजे भी तेदेपा के शिवप्रसाद ने सदन के बीचोंबीच आकर अजीबो-गरीब हरकतें की जिससे प्रश्नकाल नहीं चल सका था। सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई पूर्व अभिनेता तथा राजनेता एम.जी. रामचंद्रन की पोशाक में सदन में आये श्री शिवप्रसाद अचानक हाथ में चाबुक लिये सदन के बीचों-बीच आ गये और अपने-आप को चाबुक मारने लगे। उन्होंने लोकसभा सचिव की मेज पर एक टेपरिकॉर्डर रखा और श्री रामचंद्रन की फिल्म का गाना बजाकर नाचने लगे। कई सदस्यों ने इस पर आपत्ति की।
दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव भी कुछ कहने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन श्री शिवप्रसाद के हंगामे के बीच किसी को कुछ बोलने का मौका नहीं मिला। इन सबके बीच अध्यक्ष ने दो मिनट के भीतर ही सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।