कोटा। राजस्थान के कोटा शहर में पिछलें 24 घंटो में चार व्यक्तियों ने आत्महत्या का प्रयास किया जिसमें एक युवक की मौत हो गई जबकि अन्य का अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।
पुलिस और चिकित्सा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोटा के बोरखेड़ा की गोकुल कॉलोनी में रहने वाले हीरेंद्र सिंह कुशवाहा (24) को अपने घर में कल दोपहर कीड़े मारने की दवा खा लेने के बाद कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहां उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती रही।
उसके परिवारजनों के आग्रह पर चिकित्सकों के रेफर किए जाने के बाद उसे कोटा के एक निजी अस्पताल में ले जाकर भर्ती करवाया गया जहां कल देर रात उसने दम तोड़ दिया।
इसी प्रकार मानसिक तनाव के चलते कल रात को रावतभाटा रोड स्थित नयागांव निवासी रघुनंदन यादव (40) ने पहले जमकर शराब पी और उसके बाद शराब के नशे में धुत होकर फसलों में कीड़े मारने की दवा का सेवन कर लिया जिससे वह अचेत हो गया। परिवार जन उससे कल देर रात एमबीएस अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसे आपात चिकित्सा इकाई में भर्ती करवाया गया है।
कोटा शहर के ही नानता में रहने वाले 40 वर्षीय मोहन मेहरा ने कल देर शाम अपने घर पर अज्ञात जहर पी लिया। उसे घर में गाफिल हालत में पड़ा देखकर पुत्र अमन उसे लेकर एमबीएस अस्पताल पहुंचा। जहां वह अभी भी बेहोशी की हालत में है और आत्महत्या करने के प्रयास करने का कारण बताने की स्थिति में नहीं है।
एक अन्य घटना में रेखा भील (18) को जहर के असर के बाद कोटा के एमबीएस अस्पताल की आपात इकाई में भर्ती करवाया गया है। इस बारे में हालांकि परिवार जनों ने प्रारंभिक पूछताछ में यहीं बताया है कि खेत में कीड़े मारने की दवा छिड़कते समय उसके असर से वह बेहोश हो गई।
पुलिस के अनुसार महिला के होश में आने के बाद उससे पूछताछ करने पर ही वास्तविकता का पता चल पाएगा। पुलिस विवाहिता की कम उम्र को देखते हुए और उसकी शादी को ज्यादा समय नहीं देखने के कारण इस मामले को संदिग्ध मानते हुए जांच कर रही है। विवाहिता मूल रूप से टोंक जिले के नेगड़िया गांव की रहने वाली है।