चूरू। राजस्थान में चूरू जिले के दूधवा खारा थाना क्षेत्र में बीती देर रात रिफाइंड ऑयल और तारों के बंडलों से लदे दो ट्रकों में टक्कर होने के बाद दोनों ट्रकों में आग लग गई इससे दोनों ट्रकों के चालकों सहित चार लोगों की जलकर मौत हो गई।
थाना प्रभारी रामविलास ने आज बताया कि दुर्घटनाग्रस्त हुए वाहनों में पंजाब के नंबर वाले ट्रक में सवार चालक और परिचालक की अपूर्ण शिनाख्त हरप्रीतसिंह एवं सुखदेवसिंह निवासी फतेहगढ़ साहिब पंजाब के रूप में हुई है।
इस ट्रक में लोहे की तारों के बंडल लगे हुए थे। यह ट्रक पंजाब से गुजरात की तरफ जा रहा था। दूसरे गुजरात के नंबर वाले ट्रक में रिफाइंड ऑयल भरा हुआ था, जो मुंद्रा पोर्ट से झज्जर, हरियाणा जा रहा था। इस ट्रक में जिंदा जले चालक की पहचान नफेसिंह बंजारा और परिचालक हरदीपसिंह के रूप में हुई है।
चारों मृतकों के परिवार जन आज दोपहर बाद दूधवाखारा पहुंचे। उन्हें शवों के नाम पर हड्डियां मिलीं। ट्रकों के केबिन में रखा सारा सामान कागजात आदि कुछ भी नहीं बचा। उनमें लदा माल भी जल गया।
नेशनल हाईवे 52 पर सिरसला गांव के समीप कल रात 8 बजे यह भीषण भिड़ंत होने और ट्रकों में आग लग जाने की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत ही घटनास्थल पर पहुंच गई। तब तक आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी। ऊंची ऊंची आग की लपटें निकल रही थी।
एक ट्रक में रिफाइंड ऑयल होने के कारण आग ने बड़ी तेजी से फैलना शुरू किया। इसकी चपेट में दूसरा ट्रक भी आ गया। दोनों ट्रकों के चालकों और परिचालकों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिल पाया। दोनों ट्रकों के कैबिन आपस में टकराकर फंस गए। चालक परिचालक भी अंदर ही फंसे रह गए।
पुलिस ने बताया आग बुझाने के लिए चूरू जिला मुख्यालय सहित रतनगढ़ आदि आसपास के शहरों व कस्बों से आधा दर्जन दमकल वाहनों को बुलाया गया। रात लगभग दो बजे आग पर पूरी तरह से काबू पाया जा सका।
सूत्रों के अनुसार दोनों ट्रकों में चार मानव खोपड़ियों के अवशेष मिलने से अंदाजा है कि चार व्यक्ति ही हादसे के शिकार हुए हैं। मृतकों की पुख्ता शिनाख्त के लिए डीएनए के नमूने पिजर्व करवाए गए हैं।
देर शाम समाचार लिखे जाने तक रिफाइंड ऑयल ट्रक के चालक व परिचालक के परिवार जन दूधवाखारा पहुंच गए थे। पोस्टमार्टम की औपचारिकता के बाद उन्हें शव सौंप दिए गए। दूसरे ट्रक के मारे गए चालक एवं परिचालक के परिवार जनों के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा था।