नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में छतरपुर के चंदन होला क्षेत्र में शनिवार को पुलिस और राजेश भारती गैंग उर्फ क्रांति के साथ हुई भीषण मुठभेड में चार अपराधी मारे गए और आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और अन्य टीमें इस गैंग की गतिविधियों पर पिछले छह माह से नजर रख रही थी और आज दिन में 13:15 बजे इस गिराेह के बदमाशाें का पीछे करते हुए चंदन हाला के निकट घेर लिया। पुलिस ने जब उन्हें आत्मसमर्पण करने को कहा तो उन्होंने पुलिस टीमों पर गोलीबारी शुरू कर दी।
पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और यह मुठभेड लगभग तीन मिनट तक चली । इस दौरान कईं बदमाश घायल हो गए जिनमें से चार की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई और एक का एम्स के ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। इस गिरोह का सरगना राजेश भारती था जिस पर दो लाख का ईनाम घोषित था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक राजेश पर दो लाख रुपए इनाम घोषित था जबकि संजीव विद्रोह पर एक लाख और उमेश उर्फ डॉन पर 50 हजार रुपए इनाम घोषित था। दो अन्य बदमाशों वीरेश और कपिल के उपर कोई इनाम घोषित नहीं था।
पुलिस के मुताबिक इन अपराधियों की अंतिम शिनाख्त इनके परिवारों द्वारा पहचान किए जाने के बाद हो पाएगी। ये अपराधी कार चोरी, सशस्त्र डाका, हत्या के प्रयासों आदि मामलों में वांछित थे।
मुठभेड़ के दौरान घायल पुलिसकर्मियों में हेड कांस्टेबल गिरधर की हालत गंभीर है जिनके गले में गोली लगी है। उनके अलावा कांस्टेबल गुरदीप, एसआई कृष्ण कुमार, एसआई राज सिंह, एसआई बिजेंद्र तथा एएसआई हरिचंद, जगत सिंह और कुलदीप भी घायल हैं।
अपराधियों के पास से दो 30 बाेर स्टार पिस्तौल समेत पांच हथियार तथा कई कारतूस भी बरामद किए गए हैं। घटनास्थल से एक फोर्ड इंडेवर एसयूवी और हुंडई आई20 तथा उनमें रखे 40 फर्जी लाइसेंस प्लेट भी बरामद की गई है।
मारे गए अपराधी दिल्ली और हरियाणा में कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे। बताया जाता है कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व ये सभी हरियाणा पुलिस की हिरासत से फरार हो गए थे।
मई 2018 में दिल्ली के वसंतकुंज इलाके से इन बदमाशों ने फोर्चूनर एसयूवी वाहन चुराया था और द्वारका इलाके में एक व्यक्ति को गोली मारकर घायल करने के बाद एक पत्र छोड़ा था कि वे क्रांति गिरोह से जुड़े हुए हैं।