भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में झलझूलनी एकादशी पर भगवान चारभुजा नाथ को जल विहार कराने की दो अलग अलग घटना में पानी मे डूबने से आज चार युवकों की मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार मांडल थाना क्षेत्र में भगवान चारभुजा को जल विहार कराने के बाद एनिकट में डूबे बालक को बचाने के लिए दो सगे भाइयों ने छलांग लगा दी जिससे दोनों की डूबने से मौत हो गई जबकि बालक को बचा लिया गया।
एएसआई हरदेव लाल ने बताया कि छाजवों का खेड़ा में ग्रामीण भगवान चारभुजानाथ को जल विहार कराने एनिकट पर ले गए। जहां जल विहार के बाद ग्रामीण एनिकट से रवाना हो गये। इसके बाद गांव का ही राहुल कुमावत 14 एनिकट में डूब गया। इसकी भनक लगते ही वहां मौजूद दो सगे भाई गोपाल 16 एवं बबलु 18 ने एनिकट में छलांग लगा दी।
इसकी भनक लगते ही ग्रामीण भी वहां पहुंच गए, जिन्होंने डूबते बालक राहुल को बचा लिया, जबकि गोपाल एवं उसके भाई बबलु को जब तक बाहर निकाला गया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। राहुल को उपचार के लिए आसींद अस्पताल ले जाया गया है। उधर, दो सगे भाइयों की मौत की खबर से छाजवों का खेड़ा में शोक छा गया है।
इसी प्रकार मेफलियास का खेड़ा में भी जलजुलनी एकादशी पर ग्रामीण भगवान चारभुजानाथ को जल विहार कराने गए थे। जल विहार के बाद ग्रामीण तालाब से रवाना हो गए। पीछे गांव के ही दो बालक मुकेश तेली 15 एवं प्रवीण सुथार 10 डूब गए। दोनों की मौत मौके पर ही हो गई। सूचना पर करेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से बालकों के शवों को बाहर निकाला, जिन्हें पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।