पेरिस. फ्रांस में दस हजार नर्सों और सार्वजनिक क्षेत्र के अन्य कर्मचारियों ने आज राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के सुधारों के विरोध में मार्च निकाला जिससे रेल व हवाई सेवाएं बाधित हो गयी और यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है। फ्रांस के कुछ शहरों में प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़पें भी हुई।
फ्रांस में मैक्रों के आर्थिक सुधारों के विरोध में विभिन्न स्थानों पर करीब 180 प्रदर्शन हुए। पेरिस और पश्चिमी शहर नान्तेस में प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें भी हुई। सुरक्षाबलों ने आंसू गैस और पानी बरसाकर प्रदर्शनकारियों को काबू में करने की कोशिश की। फ्रांस के गृह मंत्रालय के अनुसार सार्वजनिक सेवा क्षेत्र के 3,23,000 कर्मचारी हड़ताल पर हैं जबकि यूनियनों के अनुसार यह आंकड़ा पांच लाख है। हड़ताल के कारण तेज गति ट्रेन 60 प्रतिशत, 75 प्रतिशत इंटर सिटी सेवाएं और पेरिस हवाई अड्डे की 30 प्रतिशत हवाई सेवाएं रद्द कर दी गयी।
राष्ट्रपति द्वारा लाये गये आर्थिक सुधारों का कड़ा विरोध किया जा रहा है। पहली बार एेसा हुआ है कि सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारी, हवाई परिवहन नियंत्रकों से लेकर सिविल सेवा के कर्मचारियों तक सभी रेल कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के साथ दिखाई दे रहे हैं। प्रदर्शनकारी मैक्रों के सेवानिवृति के बाद दिये जाने वाले कुछ लाभों, बेरोजगारी बीमा को कम करने के खिलाफ सड़कों पर हैं। प्रदर्शनकारियों का नारा है ‘मिलकर मैक्रों को हटाएं।”
रेल कर्मचारी तीन अप्रैल से हड़ताल पर चले जाएंगे जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारी अगले सप्ताह बैठक कर आगे की रणनीति बनायेंगे।