पेरिस। आठवीं सीड आस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी ने गैर वरीयता प्राप्त चेक गणराज्य की मार्केटा वोंड्रोसोवा को शनिवार को लगातार सेटों में 6-1, 6-3 से हराकर वर्ष के दूसरे ग्रैंड स्लेम फ्रेंच ओपन के महिला एकल वर्ग का खिताब जीत लिया।
आस्ट्रेलिया की बार्टी और वोंड्रोसोवा दोनों का यह पहला ग्रैंड स्लेम फाइनल था। 23 वर्षीय आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने इससे पहले चार ग्रैंड स्लेम युगल फाइनल खेले थे लेकिन यह उनका पहला एकल ग्रैंड स्लेम फ़ाइनल था।
इस जीत के साथ बार्टी सोमवार को जारी होने वाली नई रैंकिंग में दूसरे नंबर पर पहुंच जाएंगी। वह इवोन गूलागोंग काउली के बाद रैंकिंग में नंबर दो बनने वाली पहली आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बन जाएंगी। बार्टी 1973 में मार्गरेट कोर्ट के बाद फ्रेंच ओपन का खिताब जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया की पहली खिलाड़ी( पुरुष या महिला) बनी हैं।
19 वर्षीय और विश्व में 38वीं रैंकिंग की वोंड्रोसोवा अपने करियर में तीसरी बार बार्टी से मुकाबला हार गईं। बार्टी का वोंड्रोसोवा से इससे पहले दो बार मुकाबला हुआ है और दोनों बार बार्टी ने जीत हासिल की थी।
वोंड्रोसोवा 2007 में एना इवानोविच के बाद फाइनल में पहुंचने वाली पहली चेक खिलाड़ी बनी थीं, लेकिन वह फाइनल में बार्टी के सामने कोई चुनौती नहीं पेश कर सकीं। बार्टी ने पहले सेट में बातों ही बातों में 4-0 की बढ़त बनाने के बाद पीछे मुड़ कर नहीं देखा और एक घंटे 10 मिनट में मैच समाप्त कर दिया। उन्होंने मैच में पांच बार वोंड्रोसोवा की सर्विस तोड़ी।