अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में साढ़े पांच माह के लम्बे अन्तराल के बाद आज जुम्मे की सार्वजनिक नमाज अदा की गई।
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण लॉकडाऊन के बाद गत सात सितंबर से दरगाह को आम लोगों के लिए खोल दी गई और शुक्रवार को पहली सार्वजनिक नमाज़ रही जिसमें काफी लोगों ने शिरकत की।
दरगाह में सोशल डिस्टेंसिंग के पालना के लिए लगाए गए निशान पर ही खड़े रहकर सामूहिक नमाज अता की गई, इस दौरान सभी ने मुंह पर मास्क लगाये रखा। दरगाह कमेटी के कारिंदों एवं अन्जुमन से जुड़े खादिमों ने व्यवस्था को अंजाम दिया।
नमाज में शिरकत कर रहे मुसलमानों ने कोविड नियमों की पालना के साथ सफे बनाये और निर्धारित स्थान से नमाज के साथ अमनोअमान, खुशहाली, तरक्की, भाईचारे के साथ कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए दुआ की।
हालांकि नमाज में अपेक्षाकृत कम लोग ही जमा हो सके। नमाज के दौरान दरगाह के निजामगेट और सड़क पर पुलिस ने सुरक्षा के अतिरिक्त इन्तेजामात किए गए। नमाज के चलते दरगाह बाजार में भी चहल पहल नजर आई।