हमारी त्वचा को रोज़ होने वाली धूल-मिट्टी और धूप से उत्पीड़न झेलना पड़ता है। हवा में होने वाले रसायन प्रदूषण, धूल और सूर्य की किरणें हमारी त्वचा को ज्यादा प्रभावित करती है और ताजे़ फल प्रकृति के स्पा का एक भाग हैं जो अच्छाई और पोषक तत्व फलों में मौजूद होते है वो अंदरूनी ही नहीं बाहरी स्वास्थ के लिए भी ज़रूरी है।
हम सबने कहावत तो सुनि ही है कि दिन का एक सेब डाक्टर को दूर रखता है, असल में दिन का एक फल डा्क्टर को दूर रखता हैं। फलों में मौजूद होने वाले विटामिन और खनिज पदार्थ शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है ही साथ ही ये सुंदर, साफ और चमकती त्वचा के लिए भी जरूरी है।
फलों के स्पा से आपकी त्वचा की प्राकृतिक सुंदरता में निखार आता है और साथ ही हानिकारक रसायन युक्त फेशियल करने से मनचाहा परिणाम तो मिलता है पर ये आपकी त्वचा पर दाग धब्बे भी छोड़ देता है। वही दूसरी ओर जो खुशबू फलों के प्राकृतिक स्पा से उत्सर्जित होती है उससे कई फायदे है जैसे त्वचा को तनाव से आराम देना। इसलिए प्रभावी लागत और प्राकृतिक स्पा फलो द्वारा सबसे सही और गारंटी के साथ परिणाम देने वाला उपाय है।
इसलिए फलों का फेशियल त्वचा के इलाज में बहूत प्रभावी जैसे भाप, निष्कर्षण, क्रीम, लोशन, चेहरे के मास्क, और मसाज। यह सभी चीजे़ सामान्य त्वचा के स्वास्थ के लिए और विशिष्ट त्वचा की समस्या के निवारण के लिए भी है। फलों के फेशियल में कुछ फल अम्ल जैसे ग्लाइकोकलिक एसिड, अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड, साइट्रिक एसिड, विटामिन खनिज पदार्थ मौजूद होते है। यह अम्ल दागरोधी, सिकुड़न प्रतिरोधी होते है और त्वचा को बेजान होने से बचाते है। यह अत्यधिक विष्हरण पदार्थों से बचाते है।
यह अत्यधिक विष्हरण पदार्थों से रहित होते है और सभी विष्कात पदार्थों को बाहर निकालकर आपकी त्वचा को जलयाजित करती है। इन फलों के फेशियल में एंटीअॅक्सेडेंट, ब्यूटी पोषक तत्व और एंज़ाइम एक संतुलित मात्रा में मौजूद होते है जिससे आपकी त्वचा चमकती हुई और स्वस्थ रहती है।
त्वचा दो प्रकार की होती है- रूखी त्वचा और तैलीय त्वचा।
रूखी त्वचा की आम विशेषता ये है कि ऐसी त्वचा ज्यादा रूखी , परतदार और निजर्लित होती हैं। ऐसी त्वचा वाले लोगों को झुर्रिया होने लगती हैं और चेहरे की चमक कम होकर त्वचा को कुंठित बनाती हैं। रूखी त्वचा से त्वचा में जलन होने लगती है, ऐसे में फलों के फेशियल के लिए विटामिन बि12 और एच युक्त प्रोटीन, वाले फेशियल का प्रयोग करें जैसे सेब, जामफल, अंगूर, केला आदी।
तैलीय त्वचा वाले लोंगो की त्वचा चिकनी और चमकीली होती है। इनकी त्वचा के छिद्र बड़े होते है और ऐसे चेहरे पर दाग, पिंपल्स होने की स्मस्या आम है और इससे बचने के लिए तैलिय त्वचा वाले लोगो को पीले फलों का सेवन करना चाहिए जिससे विटामिन सी और ए मौजूद होते है जैसे संतरा, आम, टमाटर, पपीता आदी।
कई फलों में अल्फा हाईड्रोक्सी अम्ल होता है जो इस्टर प्रकार का होता है और तुरंत प्रभाव के लिए इसका फ्री प्रकार का होना आवश्यक है।
कई ब्यूटी पार्लर में ऐसे मशीन मौजूद होते है जो फलो का एएचए इस्तमाल कर के मसाज करते है और अल्ट्रासोनिक मसाज देते है।
आइए जानते है कई प्रकार के फेसपैक्स जो आप घर पर भी तैयार कर सकते है।
ओटमील, बेकिंग सोडा, नींबू का रस और गुलाबजल फेस पैक-ओटमील फेस पैक त्वचा को फिर से युवा बनाने और गोरा करने के लिए बहुत लाभदायी है। ये पूरे चेहरे को साफ करके उसे चमकदार बनाता है।
2 चम्म्च ओटमील और 1 चम्म्च बेकिंग सोडा को अच्छे से मिलाकर मिश्रण बना ले और इसमें आधा चम्म्च नींबू का रस और 1 चम्म्च गुलाब जल मिला ले । इस मिश्रण को पूरे चहरे और गले तक लगाकर 10 मिनट तक मसाज करे।
1. फिर इसे गुन गुने पानी से साफ करें।
2. भूरी चीनी, दूध, दही, शहद फेसपैक
भूरी चीनी का प्रयोग त्वचा का पॉलिशिंग और डेड सेल्स हटाने के लिए प्रयोग किया जाता है । ये वातावरण से नमी लेकर त्वचा को देती है । यह प्राकृतिक मोइस्चइज़र का तरह त्वचा को कोमल मुलायम और जलयुक्त बनाती है और त्वचा को टैन होने से भी बचाता है। भूरी चीनी में मौजूद ग्लाइकोलिक अल्म त्वचा को गोरा बनाता है। मुहांसे, फुंसियों को दूर रखने के लिए भूरी चीनी के फेशियल का प्रयोग किया जाता है। भूरी चीनी, दूध, दही और शहद को सही मात्रा में लेकर इसके मिश्रण को चेहरे और गर्दन पर लगाकर मसाज करें जब तक भूरी चीनी पिघल न जाए ।
इसे लगाने के कुछ देर बाद गुनगुने पानी से इसे साफ करे। ओटमील और फलो के गूदे का फेसपैक फलों के गूदों को त्वचा के मुताबिक प्रयोग किया जाता है। ऐसे कुछ फल उपलब्ध है जिन्हें त्वचा की देखभाल के लिए शुद्ध सामग्री के साथ प्रयोग किया जाता है, जो विषहरण पदार्थ युक्त होते है और त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाते है।
केला : केला विटामिन ए, बी और ई से भरपूर है। यह प्राकृतिक उम्र विरोधी एजेंट की तरह काम करता है। एक केले और ओटमील को मसल कर मिश्रण बनाए और इस पेस्ट को पूरे चहरे पर लगाए। 15 मिनट के बाद पानी से चहरे को साफ कर ले। चेहरे को जलयुक्त बनाने के लिए केला सबसे उपयोगी है।
नींबू : इसमें मौजूद विटामिन सी त्वचा को सुंदर बनाता है। इसे त्वचा का टोन हल्का करने के लिए उपयोग कर सकते है और इससे मुहांसे के दाग भी हटते है।
सेव : सेव से त्वचा जवान रहती है । सेव में एंटीअॅक्सीडेंट प्रोपर्टीस होती है जिससे सेल और उतकों को खराब होने से रोका जा सकता है।
संतरा : संतरा त्वचा का रंग निखारने और कसावट लाने में प्रयोग होता है। संतरा विटामिन सी से भरपूर होता है। दाग धब्बे हटाने में मददगार हैं।
पपीता : पपीता एंटीअॅक्सीडेंट का अच्छा श्रोत हैं। इसमें पपायिन नाम का एंजाइम होता है जो डेड सेल्स को हटाता है और त्वचा को साफ करता है। पपीते का मिश्रण बनाके चेहरे पर लगांए।
आम : आम एंटीअॅक्सीडेंट से भरपूर होता है। इसके गूदे का मिश्रण बनाकर चेहरे पर लगाया जा सकता है। ये त्वचा को ढीला होने से रोकता है, नए स्किन सेल्स बनाता है और चेहरे में खिचाव नहीं आने देता।
अब आपको पता है कौन से फल चेहरे के लिए अच्छे है तो अब इन प्राकृतिक फेसपैक्स को अपनाने में देर न करे। ये त्वचा को साफ करने के साथ दिमाग और आत्मा को भी शु़द्ध करता है।
डॉ. नरेश अरोड़ा (चेज एरोमाथैरेपी कॉस्मेटिक्स के संस्थापक)