लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एटा जिले के कासगंज में शुक्रवार को तिरंगा यात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के दौरान मारे गए युवक चंदन गुप्ता का शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इस घटना के बाद से ही पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। अधिकारियों के मुताबिक इस घटना में दोषी लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि शुक्रवार को तिरंगा यात्रा के दौरान धार्मिक स्थल में आग लगने की अफवाह फैली। इसके बाद दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों के बीच नारेबाजी के दौरान ही झड़प हो गई। इस दौरान हुई फायरिंग में गोली लगने से एक व्यक्ति की देर रात मौत हो गई।
इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना का संज्ञान लेते हुए दोनो समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने इस घटना में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया है।
पुलिस के मुताबिक तिरंगा यात्रा के दौरान ही मोहल्ला खेड़िया के एक धार्मिक स्थल से अचानक धुंआ उठने लगा, जिसके बाद अफवाह फैल गई कि किन्हीं शरारती तत्वों ने ये आग लगाई है। आग की सूचना मिलने पर प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। बाद में आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ कि आग किस वजह से लगी थी।
पुलिस ने धार्मिक स्थल के ऊपरी हिस्से में लगी आग पर लोगों की मदद से पानी डलवाया और आग पर काबू पा लिया। इस दौरान वरिष्ठ अधिकारी पुलिस फोर्स के साथ इलाके में भ्रमण कर लोगों से शांति बनाए रखने के लिए अपील करते रहे।
कासगंज शहर में उपद्रव के बाद धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस माहौल खराब करने वालों के खिलाफ धरपकड़ कर कोतवाली में बंद करने का अभियान भी चला रही है। कई लोगों को पकड़ कर बंद किया गया है।
जिलाधिकारी आरपी सिंह के मुताबिक कुछ शरारती तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। कई गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। पूरे मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।