अभी संस्कार टीवी पर प्रवचन चल रहा था !!
“हानि लाभ , उतार चढ़ाव ये सब जीवन के पहलू है”
अब सोच रहा हूँ बाबा जी ,
जीवन दर्शन की बातें कर रहे थे
.
.
.
.
या फिर पेट्रोल के दामों की ?
सुनो….
तुम चाय अच्छी बनाते हो…..
पर….
मुंह बनाने मे भी….
तुम्हारा कोई जवाब नही
दामाद अपनी सास से बात करता हैं :
आपकी बेटी में तो हज़ारों कमियाँ हैं ।
सास : हाँ बेटा , इसी वजह से तो उसे अच्छा लड़का नही मिला
पुरानी गर्ल फ्रेंड की शादी का कार्ड मिला…..
थोड़ी तकलीफ जरुर हुई….
बाद में सोचा, जाऊंगा जरुर ….
मोहब्बत अपनी जगह हे और पुड़ी-सब्जी अपनी जगह।
तेरी यादों को भुलाने के लिए दिल पे जो
रखे थे हमने पत्थर,
कमबख्त सरक कर किडनी में वो आज पथरी बन गए।
अब दर्द पहले से ज्यादा होता है।