बेटी – मैं पड़ोसी से प्यार करती हूं और
भाग रही हूं उसके साथ..!!
बाप – थैंक गॉड… मेरे पैसे और
समय दोनों बच गए..!
बेटी – पापा, मैं लेटर पढ़ रही हूं, जो मम्मी
रख के गई है…!!!
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पिता बेहोश..
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काजल – क्यों जी, गेहूं कहां पिसवाया आपने..?
कालू (सहमकर) – हमेशा वाली जगह पर..!
काजल – तो गेहूं देकर कहीं सैर सपाटा करने चले गए होंगे..?
कालू – कहीं तो नहीं गया था, वहीं रूका था..!
काजल – ध्यान कहां रहता है आप का…
आती जाती औरतों को देख रहे होंगे,
खूब जानती हूं आपको..?
कालू (अब पूरी तरह घबरा गया) – सच में वही सामने खड़े होकर आटा पिसवाया..!
काजल – झूठ मत बोलो, पूरा ध्यान व्हाट्सएप में होगा बहुत दिनों से नोट
कर रही हूं घर के काम में आपका बिल्कुल ध्यान नहीं रहता आपका..?
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कालू – नहीं, ऐसा कुछ भी नहीं, बताओ तो हुआ क्या..?
काजल – सबकुछ ठीक था तो रोटियां जल कैसे गईं फिर…!!!
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सोनू:- जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, दिन-प्रतिदिन इंसान अमीर बनता जाता है।
मोनू:- कैसे?
सोनू:- बूढ़े होने पर चांदी बालों में, सोना दांतों में, मोती आंखों में,
शुगर खून में और महंगे पत्थर किडनी में पाए जाने लगते हैं।
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भिखारी – दे दे बाबा…
संता – नहीं है, मेरे पास कुछ नहीं है..!
भिखारी – पांच रुपये का सवाल है बाबा…
संता – हां पूछो, क्या पता मुझे आता हो…!!!
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भिखारी बेहोश…
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बंता – आज खाने में क्या बना रही हो?
लाजो – आलू की सब्जी बना रही हूं!
पर मुझे ये समझ नहीं आ रहा है कि
आलू अभी तक पके क्यों नहीं!
बंता – तो तुम ऐसा क्यों नहीं करती!
बंता – क्या करूं?
बंता – तुम थोड़ी देर आलू से बातें करके देखो,
शायद पक जाए…!!
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बंता प्रवचन सुनकर घर आया और पत्नी को गोद में उठा लिया।
पत्नी – क्या गुरूजी ने रोमांस करने के लिए कहा है?
बंता – नहीं रे पगली, उन्होंने तो कहा है कि अपने दुख खुद उठाओ…!!!
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