Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
Funny jokes jan month teacher and raju aur teacher and kalu - Sabguru News
होम Humor कालू बहुत गरीब था वह एक सर्कस में नौकरी करने लगा।

कालू बहुत गरीब था वह एक सर्कस में नौकरी करने लगा।

0
कालू बहुत गरीब था वह एक सर्कस में नौकरी करने लगा।

पतंजलि के डर से…

कोलगेट को….आयुर्वेदिक “वेदशक्ति” पेस्ट निकालना पडा!

और ….

मोदी के डर से…

राहुल गांधी को..मन्दिर मन्दिर माथा टेकना पडा!!..

ये राष्ट्रवादियों की ताकत ही है!..कि

“हरेक विदेशी प्रोडक्ट अपने को हिन्दूवादी बताने में जुटा है!!”???? ????

और…कितने अच्छे दिन चाहिए! !…देश वालो !!

==============================

शहर की लड़की की शादी गाँव में हो गई।
..
लड़की की सास ने उसे
भैंस को घास डालने को बोला।
.
भैंस के मुँह मे झाग देख कर
लड़की वापस आ गई।
.
सास बोली: क्या हुआ बहू?
.
लड़की बोली:
भैंस अभी कोलगेट कर रही है, माँ जी।।

सास बेहोश.

==============================

कालू:- गुरुजी नमस्ते। पहचाना ? मैं आपका शिष्य पप्पू
बोल रहा हूं…

गुरुजी:- अरे तुम, इतने सालों बाद याद आई मेरी ! मेरा
फोन नंबर कहां ले मिला वैसे??

कालू:- गुरुजी, फोन नंबर ढूंढना कौन-सा मुश्किल
काम है! जब प्यासे को प्यास लगती है, तो दरिया
ढूंढ ही निकालता है। दरअसल गुरु जी, मैंने एक नया
रोजगार शुरू किया है। आपने बचपन में कहा था कि
जब भी कोई काम शुरू करो, मुझसे उद्घाटन जरूर
कराना।

तो हम अपने काम का उद्घाटन आपसे ही कराना
चाहते हैं।

गुरुजी:- अतिसुन्दर! बताओ, कहां आना है उद्घाटन
करने के लिए ?

कालू:- आप अंधेर गली के पुराने खंडहर के पास दस
लाख रुपए लेकर पहुंच जाइए। आपका मुन्ना हमारे कब्जे
में है।

आज से ही किडनैपिंग का धंधा शुरू किया है, तो
सोचा कि उद्घाटन आपके शुभ हाथों से ही हो…!!!

==============================

टीचर:- तुम्हारा बंटी से क्या रिश्ता है?

राजू:- बहुत दूर का रिश्ता है टीचर। वह मेरा सगा
भाई है।

टीचर:- तो फिर दूर का रिश्ता कैसे हुआ?

राजू:- क्योंकि, इसके और मेरे बीच 6 भाई-बहन और
हैं…!!!

==============================

कालू बहुत गरीब था। वह एक सर्कस में नौकरी करने
लगा।

उसने ऐलान किया कि वह अपने करतब में 100
रोटियां खाकर दिखाएगा।
सुबह के करतब में लोग आए।

कालू ने रोटियां खानी शुरू कीं…10… 20… 50…
और देखते ही देखते उसने 100 रोटियां खा लीं।
लोग हैरान होकर तालियां बजाने लगे।

फिर दोपहर के करतब में भीड़ जुटी और उसने 100
रोटियां फिर खा लीं।

ऐसे ही रात के करतब का समय होने वाला था, पर
कालू नजर नहीं आ रहा था।

मैनेजर परेशान होकर उसके घर गया, तो देखा कि कालू
रोटियां खा रहा है।

वह हैरान होकर सोचने लगा, यह आदमी है या
राक्षस!

मैनेजर गुस्से में बोला: करतब का समय हो गया है और
तुम यहां हो!

कालू बोला: दिन भर काम करके थक गया हूं। अब चैन से
दो रोटी भी नहीं खाने दोगे…!!!

==============================