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Funny jokes jan month teacher and student aur raju and ramu - Sabguru News
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सरकारी  ‘स्कूल’ के बच्चे एक “लड़की” को घसीट के ‘स्कूल’ ले जा रहे थे….

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सरकारी  ‘स्कूल’ के बच्चे एक “लड़की” को घसीट के ‘स्कूल’ ले जा रहे थे….

जज:- तुम्हे ‘तलाक़‘ क्यों चाहिए ?

कालू:- जज साहब, मेरी “Wife” मुझ से ‘लहसन’ छिलवाती है,
‘प्याज़’ कटवाती है, ‘बर्तन’ मँजवाती है…
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जज:- इसमें “दिक्कत” क्या है????
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‘लहसुन’ को थोड़ा गर्म कर लिया करो आसानी से **छीले** जायेगें!
‘प्याज’ को काटने से पहले **फ्रिज** में रखा दिया करो;
काटने के समय **आँखें** नहीं जलेगी!
‘बर्तन’ मांजने से 10 मिनिट पहले पानी से भरे **टब** में डाल दिया
करो आसानी से **साफ़** हो जायेगें!
‘कपडे’ सर्फ में डालने से 1/2 घंटा पहले सादे **पानी** में भिगो दो दाग
आसानी से निकल जायेगें और **हाथों** को भी ‘तकलीफ’ नहीं होगी!
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कालू:- समझ गया ‘हज़ूर’! **अर्जी** वापिस ही दे दो मेरी
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जज:- क्या समझे तुम ?…
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कालू:- यही की आपकी **हालत** मुझसे भी **खराब** है !
😀 😂:-D😂 😀 😀

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जहाँ से “स्पीड ब्रेकर” टूटा हो वहाँ से *गाड़ी* निकालने का *टैलेंट* ज़रूर होता है।
पर गाड़ी धीरे नही करेगें… 😀 😛 😀
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और जब भी किसी “मंदिर” के बाहर से निकले, चाहे *कार* में हो या *बाइक* पर…
इतना स्टाइल से सीने पे *हाथ* रख कर अपना *सर* झुकाता है… 😀 😛 😀
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जैसे “भगवान्” अटेंडेंस रजिस्टर लेकर *खिड़की* पर बैठे बैठे उसी का ‘इंतज़ार’ कर रहे हों !
😀 😛 😀 😉 😛 🙂 😀

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टीचर:- कौन सा ‘पंछी‘ सबसे तेज़ उड़ता है ?
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कालू:- सर, ‘हाथी‘।
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टीचर:- नालायक, तेरा “बाप” क्या करता है ?
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कालू:- दाउद के ‘गैंग’ में “शूटर” है।
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टीचर:- **शाबाश**।
लिखो बच्चो “हाथी“।
😛 😀 😉 🙂 😛 😀 😉 🙂

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बाबूराव :- ऐ राजू, आज मेरी *कुत्ती* ने “अंड़ा” दिया…
…..
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राजू :- ये *कुत्ती* कब से “अंडा” देने लगी…
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…..
बाबूराव :- ये “बाबूराव” का *स्टाईल* है रे बाबा…
अपनी “मुर्गी” का नाम “कुत्ती” रखा है…
😀 😛 😉 🙂 😛 😀

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सरकारी  ‘स्कूल’ के बच्चे एक “लड़की” को घसीट के
‘स्कूल’ ले जा रहे थे….
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एक “बुजुर्ग“-
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“बच्चों” इसे छोड़ दो ‘पढ़ना’ होगा तो
ये खुद ‘स्कूल’ जायेगी….
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“लड़के“- ये “स्टूडेंट” नहीं, “मैडम” हे ‘चाचा’!!…
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‘स्कूल’ ही नहीं आती है… दिन भर “Whatsapp” में लगी रहती है।
😛 😀 😉 🙂 😛 😀 😉 🙂

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राजू :- तेरी ‘पत्नी’ कल क्यों *ज़ोर ज़ोर* से ‘चिल्ला’ रही थी ?
उसकी ‘आवाज़’ मेरे *घर* तक आ रही थी…
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रामू :- अरे, यार ऐसी कोई ‘ख़ास’ बात नही थी;
उसकी फोटो ‘फ़ेसबुक’ पे *अपलोड* करने की जगह …..
‘OLX’ पे *अपलोड* हो गयी।
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और *हद* तो तब हो गई – जब एक ‘लड़के’ ने कहा:-
भाई ये “1965” का ‘कबाड’ किसने डाला हैं ?
😛 😉 😀 🙂 😛 😉 😀 🙂

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