संता – आज मैंने पानी को बुद्धू बना दिया
पानी गर्म किया,
पानी ने सोचा होगा कि अब मैं नहाऊंगा
लेकिन मैं नहाया ही नहीं
बंता – अरे मैंने तो आज पूरे परिवार
को ही बुद्धू बना दिया
बाथरूम में नहाने के लिए गया और
बस कपड़े बदल कर बाहर आ गया 🙂 🙂
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टीचर – तुम कल स्कूल क्यों नहीं आये थे ?
कालू – जी वो,
कल मेरे घर में पूजा थी
टीचर – तो परसों क्यों नहीं आये थे ?
कालू – जी परसों मेरे घर प्रिया थी 🙂 🙂
टीचर बेहोश
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पत्नी दिवाली के लिए घर की सफाई कर रही थी
पति जैसे ही सोके उठा
पत्नी – कुम्भकर्ण की तरह सोते रहते हो
यहाँ आओ जल्दी से मुर्गा बनो
पति – ये क्या बदतमीजी है
कोई अपने पति से ऐसे बात करता है क्या
पत्नी – सॉरी जानू बदतमीजी नहीं कर रही
मुझे छत के जाले हटाने हैं
मेरा हाथ ऊपर नहीं पहुँच रहा 🙂 🙂
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टीचर – दुर्भाग्य और दुर्दशा में क्या फर्क है ?
कालू – सर अगर इस स्कूल में आग लग जाये
तो स्कूल की हालत खराब हो जाएगी इसे कहते है – दुर्दशा
और इतनी आग लगने पर भी आप जिन्दा बच गए तो
ये होगा हमारा दुर्भाग्य 🙂 🙂
टीचर बेहोश
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पत्नी सब्जी लेते समय पति से बोली –
पत्नी – 2 किलो मटर ले लूँ ?
पति – ले लो..
पत्नी – मैं तुम्हारी राय नहीं मांग रही हूँ,
पूछ रही हूँ,
क्या छील लोगे इतनी ??
पति बेहोश 🙂
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राजा शाम को बहुत उदास होकर घर लौटा
राधा – क्या हुआ जी ?
राजा – आज हमारे ऑफिस की बिल्डिंग गिर गयी
सारे लोग मर गये
राधा – तो आप कैसे बचे ?
राजा – मैं सिगरेट पीने बाहर गया हुआ था ना ?
राधा – चलो शुक्र है भगवान का…
थोड़ी देर में ही टीवी पर खबर आने लगी कि सरकार ने
सभी मृतकों के परिवार वालों को 1 -1 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है…
राधा गुस्से में – ना जाने तुम्हारी ये सिगरेट की आदत कब छूटेगी
राजा बेहोश 🙂
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