एक बार एक आदमी दौड़ा-दौड़ा डॉक्टर के क्लिनिक में आया और उससे बोला डॉक्टर, “साहब मेरी जान बचा लीजिये।”
डॉक्टर: ” घबराओ नहीं शान्ति से मुझे बताओ की बात क्या है?”
मरीज़: डॉक्टर साहब मेरे मुंह में छिपकली घुस गयी है।
डॉक्टर: “अरे जब छिपकली तुम्हारे मुंह में घुस रही थी तो तुमने मुंह बंद क्यों नहीं किया?”
मरीज़: गलती हो माई-बाप दरअसल जब वह मेरे मुंह में घुस रही थी
तो मैंने सोचा की जो उस से पहले कॉकरोच मेरे मुंह में घुसा था
वह उसे पकड़ कर वापस आ जायेगी।
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सन्ता डॉक्टर से बोला: ” मेरे एक दांत में दर्द है कृपया कर के उसे निकाल दीजिये।
डॉक्टर: मुंह खोलो।
सन्ता: लो, खोल दिया।
डॉक्टर: थोड़ा और खोलो।
सन्ता ने थोड़ा मुंह और खोल दिया।
डॉक्टर: थोड़ा और खोलो।
सन्ता ने सारा मुंह ऊपर किया।
डॉक्टर: थोड़ा और खोलो।
सन्ता गुस्से में बोला, क्या मुंह में बैठकर ही दांत निकालने का विचार है?
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जीतो: डाक्टर साहब आप दवा की शीशियों पर पर्ची चिपका दें।
डाक्टर: अरे इसकी क्या ज़रुरत है?
जीतो: नहीं डॉक्टर साहब, आप बस पर्चियां चिपका दीजिये।
डॉक्टर: ठीक है परन्तु क्यों?
जीतो: दरअसल, इससे मुझे पता रहेगा कि कौनसी गोली मेरे पति के लिए है और कौनसी कुत्ते के लिए है। क्योंकि मैं नहीं चाहती कि शीशी बदल जाए और मेरे कुत्ते को कुछ हो जाए।
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निकाह के बाद दूल्हा मौलवी साहब से बोला, ” मौलवी साहब आपकी फीस?”
मौलवी: जनाब बेगम की ख़ूबसूरती के मुताबिक दे दो।
मौलवी की बात सुन कर दूल्हे ने अपनी जेब में हाथ डाला और चुपचाप दस रूपए का नोट मौलवी साहब के हाथ में थमा कर उठ कर जाने लगा।
तभी अचानक हवा से दुल्हन का घूँघट उठ गया।
मौलवी: अमा मियाँ बाकि के पैसे तो लेते जाओ।
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एक औरत अपने पति की कब्र पर पंखा झल रही थी।
एक राहगीर उसकी यह पति भक्ति देखकर ठिठक कर रुक गया।
उसने पास जाकर कहा, “बहन जी, अब तो यह मर गया है, अब इस पर पंखा झलने से क्या फायदा?”
औरत ने ठंडी सांस लेकर कहा, “मैं इस कब्र को जल्द सुखाने की कोशिश कर रही हूं क्योंकि हमारे यहां का कायदा है कि जब तक पति की कब्र सूख न जाए, औरत दूसरी शादी नहीं कर सकती।
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