एक दिन संता अपने बेटे के साथ नजदीकी शहर में शॉपिंग मॉल देखने गया।
यूं तो वहां की हर चीज देखकर वे चकित थे।
परन्तु एक जगह एक खुलने और बन्द होने वाली दीवार (लिफ्ट) देखकर
वे विशेष रूप से प्रभावित हुये उन्होंने ऐसी दीवार पहले कभी नहीं देखी थी।
जब संता और उसका बेटा आंखे फाड़ फाड़ कर उस दीवार को देख रहे थे।
उसी समय एक बूढ़ी औरत उस दीवार के पास पहुंची और वहां पर लगा एक बटन दबाया।
बटन दबाते ही दीवार खुल गई और बूढ़ी औरत उसके अन्दर चली गई दीवार फिर बन्द हो गई।
थोड़ी देर बाद दीवार अपने आप खुली और उसमें से एक पच्चीस साल की खूबसूरत लड़की बाहर निकली।
संता यह सब देखकर लगभग चिल्लाते हुये बेटे से बोला बेटा,
जल्दी घर जा और अपनी मां को लेकर आ।
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पप्पू की शादी के तीन महीने बाद ही बेटा हो गया।
पप्पू:- यह तीन महीने में बच्चा कैसे हो गया ?
बंतो:- आपकी शादी को कितने महीने हुए हैं ?
पप्पू:- तीन।
बंतो:- और मेरी शादी को ?
पप्पू:- तीन।
बंतो:- और बच्चा कितने महीने में हुआ है ?
पप्पू:- तीन।
बंतो:- तो कुल नौ महीने हो गए ना।
पप्पू:- ओए हां. मैंने तो सोचा ही नहीं कि इतना लंबा टाइम हो गया हमारी शादी को।
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एक बार संता और बंता रात के समय कब्रिस्तान में बैठकर गप्पे मार रहे थे।
संता – देख यार, ये मुर्दे कितने आराम से अपनी-अपनी कब्रों में सोते हैं।
संता की बात सुनकर सारे मुर्दे खड़े हुए और बोले – क्यों ना सोएं, यह जगह हमने अपनी जान देकर जो हासिल की है….!!!
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प्रश्न: कॉलेज के कैंटीन में कितनी तरह की लड़कियां होती हैं ?
उत्तर: चार तरह की
पहली लड़की: डोसा कितने का है? समोसा कितने का है और बर्गर ? हम्म.. (बिना कुछ लिए चली जाएंगी)
दूसरी लड़की: यार यह समोसा तो बाहर पांच का मिलता है तुम छह का देते हो क्यूं ?
तीसरी लड़की: बड़ी गंदगी है यहां चलो यहां से ?
चौथी लड़की: पता नहीं कौन से तेल से फ्राई करते हैं, हम यह नहीं खाते, हम वो नहीं खाते (खाली कैंटीन वाले का दिमाग खाते हैं।)
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