टीचर(बच्चों): आपमें से कौन-कौन चांद पर जाना चाहेगा ? हाथ उठाओ।
सभी बच्चों ने हाथ ऊपर उठा दिए लेकिन संता ने हाथ नहीं उठाए।
टीचर: क्यूं संता? तुमको जन्नत में नहीं जाना ?
संता: नहीं सर, वो मेरी मां ने कहा है बेटा स्कूल से सीधे घर आ जाना वरना मार मार के हाथ-पैर तोड़ दूंगी।
=====================
टीचर: होमवर्क क्यूं नहीं किया।
स्टूडेंट: सर बुखार था।
टीचर: बेटा सच बताओ, मैं कुछ नहीं करूंगा।
स्टूडेंट: सर टीवी देख रहा था और मेरा मूड नहीं था होमवर्क करने का।
टीचर: बदतमीज, ऐसे जवाब देगा मुझे ? ऐसे कैसे टीवी देख रहा था.. नियम के मुताबिक पहले होमवर्क करना चाहिए…
स्टूडेंट: क्यूं सच का सबक सिखाए, जब सच सुन ही ना पाए… सच कोई बोले तो तू.. नियम कानून बताए. तेरा डर, तेरा प्यार, तेरी वाह… तू ही रख…
=====================
डॉक्टर आपरेशन थियेटर के बाहर आते ही: संता हम आपकी बेटी को नहीं बचा सके।
इतना सुनते ही वहां पर खड़ा आदमी 100 माले की बिल्डिंग से नीचे कूद गया।
जब वो 50 वें माले के पास आया तो उसने सोचा कि मेरी तो कोई बेटी ही नहीं है।
जब वो 25 वें माले के पास आया तो सोचा कि मेरी तो अभी शादी ही नहीं हुई है।
जब वो 10 माले के पास आया तो उसे याद आया, अरे यार मैं संता नहीं बंता हूं।
=====================
एक आदमी लंगड़ाता हुआ आ रहा था. उसे देखकर दो डॉक्टर आपस में झगड़ने लगते हैं.
पहला डॉक्टर: लगता है उसके पैर की हड्डी टूट गयी है।
दूसरा डॉक्टर: लगता है उसका अंगूठा टूट गया है।
दोनों में काफी बहस हो रही होती है तो तीसरा डॉक्टर बोलता है चलो उससे ही पूछ लेते हैं।
डॉक्टर: क्या तुम्हारे पैर की हड्डी टूट गयी है।
व्यक्ति: नहीं मेरी चप्पल टूटी हुई है।
=====================
मां: बेटा खाना खाएगा ?
संता: नहीं।
मां: लड्डू ?
संता: नहीं।
मां: आइसक्रीम ?
संता: नहीं।
मां: बिलकुल शरद पवार पर गया है तू, थप्पड़ ही खाएगा ….
=====================