डॉक्टर:- अब तबीयत कैसी है?
मरीज:- पहले से ज्यादा खराब है।
डॉक्टर: दवा खा ली थी?
मरीज:- नहीं, दवा की शीशी भरी थी।
डॉक्टर:- मेरा मतलब दवा पी ली थी?
मरीज:- नहीं, दवा तो लाल थी।
डॉक्टर:- अरे यार, दवा को पी लिया था?
मरीज:- नहीं, पीलिया तो मुझे था।
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एक दस साल का बच्चा बहुत ध्यान से एक किताब पढ़ रहा था
जिसका टाइटल था, ‘बच्चों का पालन-पोषण कैसे करें?’
मां:- तुम इस किताब को क्यों पढ़ रहे हो।
बच्चा:- मैं ये देखना चाहता हूं कि मेरा पालन-पोषण ठीक से हो रहा है या नहीं।
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मैगी वापस आने पर बंटी ने बताई लोगों की खुशी
बंटी- मैगी के आने से कुछ लोग ऐसे खुश हो रहे हैं जैसे
पप्पू- जैसे?
बंटी- जैसे घर की पुरानी अलमारी खोलने पर दादा की वसीयत में उसका नाम आ गया हो।
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अध्यापक (छात्र से)- इतिहास पुरूष में सबसे ज्यादा किससे नफरत करते हो।
बच्चा- राजा राम मोहन राय से
अध्यापक – क्यूं?
बच्चा- उन्होंने ही बाल विवाह बंद करवाया था वरना आज हम भी बीवी बच्चे वाले होते
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लड़की- मैं कभी कोई बॉयफ्रेंड नहीं बना पाई।
लड़का- क्यों
लड़की- मेरी मां ने बोला है जो भी पहला बॉयफ्रेंड बना उसी से शादी करवा दूंगी।
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पप्पू- अगर ट्रेन हो तो लड़कियां सिर्फ इंतजार करती हैं।
बंटी (मजाक करते हुए)- लेकिन यार हम तो…
पप्पू- हम तो क्या?
बंटी- हम लड़के तो पूरा प्लेटफॉर्म घूम आते हैं, सिर्फ अच्छी लड़की देखने के लिए।
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लड़का- मैं तुम्हे फोन कर लूं?
लड़की- नहीं, मम्मी घर पर हैं।
लड़का- पर तुम तो हॉस्टल में रहती हो।
लड़की- मैं तो हॉस्टल मैं हूं पर मम्मी तो घर पर हैं।
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बूढ़ा- लगता है ज्यों-ज्यों उम्र बढ़ती जा रही है मेरे अंदर भी ताकत बढ़ती जा रही है।
दोस्त- कैसे?
बूढ़ा- आज से दस साल पहले मैं सौ रुपये की चीनी बड़ी मुश्किल से उठा पाता था,
पर आजकल मैं आराम से उठा लाता हूं।
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पप्पू- कैसा है भाई?
डब्बू- ठीक हूं, तू बता…
पप्पू- और पढ़ाई-लिखाई कैसी चल रही है?
डब्बू- दोस्त है तो दोस्त बन के रह, रिश्तेदारों वाली हरकतें मत कर।
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कंजूस (मन्दिर में)- भगवान अगर आप मुझे 1000 रूपये देंगे 500 रूपये
आपके श्री चरणों में अर्पित कर दूंगा थोड़ी दूर पे उसे 500 का नोट मिला
कंजूस- प्रभु इतना भी भरोसा नही था, जो पहले ही काट लिया।
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