शादी के दुसरे दिन ही लाजो अपने बंता को मारने लगी ।
घरवाले ने पुछा :- क्यों मार रही हो इस बेचारे को?
लाजो बोली :- इसने मेरी चाय मे ताबीज डाला है मुझे वश मे करने के लिये।
बंता रोते हुए कहा :- वह ताबीज नही, टी बैग है… गँवार कही की ।
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पापा – इतने कम मार्क्स… दो थप्पड़ मारने का मन कर रहा है ।
पप्पू – हाँ पापा जल्दी चलो मैंने उस साले मास्टर का घर भी देख रखा हैं…
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पति को अखबार में दिखा विज्ञापन- पत्नी फेंको, लैला उठाओ
पति सुबह बैठकर अखबार पढ़ रहा था..
तभी जोर बोला-पत्नी फेंको, लैला उठाओ..पत्नी फेंको, लैला उठाओ..
पत्नी ये क्या पढ़ रहे हो?
पति- अरे देखो, अखबार में क्या विज्ञापन छपा है…. पत्नी फेंको, लैला उठाओ.
पत्नी टेबल पर से चश्मा उठाकर पति को देते हुए- ज्यादा खुश नहीं होना है। ‘पन्नी फैंको थैला लाओ’ लिखा है।
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ट्रॅफिक पुलिस:- चालान काटना पडेगा, बताइए नाम बताइए …
बंदा:- याज्ञ्यल्कवल्क्यदास रामानुक्नस्मीजणचार्य ययुत्सु
ट्रॅफिक पुलिस:- अब की बार छोड रहा हूँ, फिर कभी सिग्नल तोड़ना नहीं
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आज कल कानून बड़ा सख्त है..हर चौराहे पर हेलमेट चैकिंग हो रही है,
चाचा घर आए तो उनके हेलमेट का शीशा सुर्ख लाल था,
शर्ट पर भी लाल धब्बे थे…..
सब घबरा गए………
तत्काल दो लोग सहारा देकर घर के भीतर ले गए…
बिजली नहीं थी तो एक जना पंखा झलने में लग गया….
एक ने जूते मोजे उतारना शुरू किया…
सब सदमे में थे..इतना खून..?
चचा से पूछा..चचा क्या हुआ..?
कोई बड़ी दुर्घटना ? कहीं गिर-गिरा गए क्या?
चचा बोले नहीं रे… प्रेक्टिस नहीं है न हेलमेट पहनने का…
तो पान थूकते बखत भूल गए कि शीशा बन्द है…
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इंस्पेक्टर:- इतनी क्यों पी रखी थी?
शराबी:- मजबूरी थी भैया !!!
इंस्पेक्टर: कैसी मजबूरी?
शराबी:- बोतल का ढक्कन खो गया था!
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संता:- डॉक्टर साहब 2 साल पहले मुझे बुखार आया था तो आपने नहाने के लिये मना किया था !!!
डॉक्टर:- तो अब क्या ?
संता:- आज इधर से गुजर रहा था तो सोचा कि पूछता चलू ..अब नहा लूँ क्या ?
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