एक सत्संग के दौरान :
संत प्रवचन करते हुए जो इस जन्म में नर है वो अगले जन्म में भी नर ही होगा और जो इस जन्म में नारी है वो अगले जन्म में भी नारी होगी , इतने में एक बुढ़िया उठ कर जाने लगी ….
संत : कहाँ जा रही हो ऐसे उठ कर ?
बुढ़िया : जब अगले जन्म में भी रोटियाँ ही बनानी है तो सत्संग सुन कर क्या फायदा
बहू अपने ससुर से : बाबू जी इलाइची खत्म हो गयी है, आप आते हुए ले आएंगे
ससुर : बेटा इलाइची तुम्हारी सास का नाम है और हमारे घर में बड़ों का नाम नहीं लिया जाता
बहू : जी ठीक है मैं आगे से ध्यान रखूँगी….
अगली बार …..
बहू : पिता जी माँ जी खत्म हो गई है , बज़ार से लेते आना
डॉक्टर – आपको क्या बिमारी है ?
मरीज़ – पहले आप वादा करो की हंसोगे नहीं
डॉक्टर – OK…Promise… मरीज़ ने अपनी टांगे दिखाईं जो गन्ने जितनी पतली थीं…. डॉक्टर को यह देख के हंसी आ गयी…
मरीज़ – आपने ना हंसने का वादा किया था
डॉक्टर – अच्छा Sorry… अब तकलीफ बताओ
मरीज़ – डॉक्टर साहब, यह सूज गयी है
डॉक्टर – हाहाहाहा… भाग साले… तू आया ही हंसाने के लिए है…