जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में पिछले दिनों हुई डॉक्टर की हत्या के मामले में रविवार को खुलासा हुआ है कि उसकी अय्याशी से परेशान होकर पत्नी ने उसका प्राइवेट पार्ट काटने की सुपारी भतीजी के पति को दी थी। डॉक्टर अपनी भतीजी के साथ भी दुष्कर्म कर चुका था, इसलिए उसके पति ने बदला लेने के लिए उसकी हत्या करवा दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार ओमती थानान्तर्गत भंवरताल गार्डन के सामने स्थित कृतिका अपार्टमेंट में रहने वाले डॉ शफात उल्लाह खान (55) की मंगलवार की शाम को घर में घुसकर दो नकाबपोश युवकों ने हत्या कर दी थी। डॉ खान स्वास्थ्य विभाग में उप संचालक के पद पर पदस्थ थे।
आरोपियों ने डॉ खान के सीने पर धारदार हथियार से आधा दर्जन प्रहार किए थे। इसके बाद हाथ की कलाई और गला रेत दिया था। आरोपी घर में उपस्थित उनकी पत्नी, बेटी तथा नाती को कमरे में बंद करने के बाद वारदात को अंजाम देते हुए उनकी स्कूटर लेकर फरार हो गए थे।
पुलिस अधीक्षक शशिकांत शुक्ला ने बताया कि डॉ खान की हत्या की साजिश उनकी पत्नी आयशा खान ने रची थी। दोनों ने वर्ष 1991 में प्रेम विवाह किया था, इसके बावजूद दोनों में तनाव रहता था। तनाव और झगड़े का मुख्य कारण डॉक्टर की चरित्र था।
डॉ खान को रास्ते को हटाने के लिए उसने गुजरात के दुआ निवासी अपनी भतीजी नंदिनी उर्फ जन्नत से फोन पर बात की थी। नंदिनी ने अपने पति पवन विश्वकर्मा से इस संबंध में बात की थी। पवन ने अपने साथ राजेन्द्र मालवीय और धीरज को साजिश में शमिल किया।
शुक्ला ने बताया कि नंदिनी, पवन, राजेंद्र और धीरज 12 जून को जबलपुर पहुंचे थे। दिन में आयशा ने उनसे टैगौर गार्डन में मुलाकात की थी। इस दौरान आयशा ने दोनों लड़कों को दस हजार रुपए दिए थे तथा काम होने पर 50-50 हजार रुपए देने की बात कही थी। आयशा ने नंदिनी को पांच लाख रुपए तथा एक फ्लैट देने की बात कही थी।
उन्होंने बताया कि इसी दिन शाम को राजेंद्र और धीरज ने डॉक्टर के घर पहुंचकर उसकी हत्या कर दी। लूट के उद्देश्य से हत्या दिखाने के लिए अलमारी में रखे दस हजार रुपये नगद तथा जेवरात भी आरोपी अपने साथ ले गए थे। सीसीटीवी कैमरे में एक युवक कैद हुआ था, जो दोनों को निर्देश दे रहा था।
पूछताछ के दौरान नंदिनी उर्फ जन्नत ने पुलिस को बताया था कि वह घटना दिनांक को दुआ में थी। जांच में पाया गया कि घटना दिनांक को वह जबलपुर में थी। इसके बाद उसे अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गयी तो उसने पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी रेलवे स्टेशन पहुंचे थे और स्कूटर स्टेशन में खड़ी कर ट्रेन से कटनी पहुंचे थे। कटनी से आरोपी इंदौर के लिए रवाना हुए थे।
पुलिस ने हत्या में शामिल बुआ-भतीजी के अलावा राजेन्द्र मालवीय को गिरफ्तार कर लिया है। पवन और धीरज अभी फरार हैं। हत्या के आरोप में गिरफ्तार आयशा ने बताया कि उसका पति शोषण करने वाला था। पिछले 27 साल में इसी वर्ष पहली बार कपड़े खरीदने के लिए पांच हजार रुपए दिए थे। उसने बताया कि उसके पति के बाहर कई महिलाओं से संबंध थे। नर्स की नौकरी दिलवाने के नाम पर उसके पति और उनके वरिष्ठ अधिकारी ने होटल में बुलाकर कई युवतियों का शोषण किया।
आयशा ने बताया कि जब वह तीसरी बाद गर्भवती हुई थी तो भतीजी नंदिनी उसके साथ रहने आई थी। उस समय उसकी उम्र 11 वर्ष थी। उसके पति ने मासूम भतीजी तक को नहीं बख्शा था और दुष्कर्म कर उसको गर्भवती कर दिया था।
उसने बताया कि पहली दो बेटियां होने के कारण उसके पति ने सात बात अनैतिक तरीके से लिंग जांच कर गर्भपात करवाया था। लिंग जांच तथा गर्भपात करने वाले डॉक्टरों के नाम का खुलासा भी उसने पत्रकारों से चर्चा करते हुए किया है।
आयशा ने बताया कि उसके पति की गलत नजर अपनी बेटी पर भी थी। रात में वह उसके साथ अश्लील हरकत करता था। बात घर कर इज्जत की थी तो उसने पति का प्राइवेट पार्ट काटने के लिए सुपारी दी थी। नंदिनी के साथ जो हुआ था उसे जानकर उसके पति ने प्राइवेट पार्ट काटने के बजाय डॉक्टर की हत्या करवा दी।