नई दिल्ली। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि सरकार जल संरक्षण तथा भूजल स्तर बढाने की योजना पर काम कर रही है और अगले पांच साल में हर घर में शुद्ध पेय जल पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है।
जल शक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत ने राज्यों के जल से संबंधित मामलों के मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करने के बाद मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में वर्तमान में 18 फीसदी घरों तक ही शुद्ध पेयजल उपलब्ध है और 2024 तक हर घर को पेयजल उपलब्ध कराने की योजना है। सम्मेलन में पश्चिम बंगाल का कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं था और शेखावत ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों ने लोगों को शुद्ध पेय जल उपलब्ध कराने के लिए अच्छा काम किया है और वहां 99 फीसदी घरों में पेयजल पहुंचाया जा रहा है लेकिन उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ, झारखंड जैसे कई राज्य हैं जहां सिर्फ पांच प्रतिशत घरों तक ही शुद्ध पेयजल उपलब्घ कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बड़ी चुनौती है और इससे निपटने के लिए केंद्र संबद्ध राज्यों के साथ मिलकर काम करेगी।
केंद्रीय मंत्री ने जल को भविष्य का सबसे बड़ा संकट बताया और कहा कि इस संकट का सफलतापूर्वक सामना करने के लिए पानी के संरक्षण पर ध्यान देना होगा। पानी को बेकार होने से बचाना पड़ेगा और जल संचयन के लिए विशेषज्ञों के साथ मिलकर विशेष योजना पर काम करने की जरूरत है ताकि देश की आबादी की आवश्यकता के अनुसार पर्याप्त जल उपलब्ध कराया जा सके।
शेखावत ने कहा कि पानी की उपलब्धता तथा जरूरत के बीच बहुत बड़ा अंतर है। इसे पाटने के लिए जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है। पानी की किल्लत किस स्तर तक भविष्य के लिए बड़ी चुनौती बनने वाली है, इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि हमारे देश में पहले प्रति व्यक्ति प्रति दिन जल उपलब्धता पाँच हजार लीटर थी जो घटकर 1,400 लीटर प्रति दिन प्रति व्यक्ति रह गयी है।
सबको शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकारों से साथ मिलकर काम करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि राज्यों को इस काम में पूरा सहयोग दिया जाएगा। पर्याप्त जल उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भू-जल स्तर बढ़ाने के काम में राज्यों को केंद्र की तरफ से 90 फीसदी सहायता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने तथा पानी के संरक्षण के लिए बहुत अच्छा काम हो रहा है। शेखावत ने कहा कि उन्हें महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात आदि राज्यों में इस दिशा में बहुत अच्छा और उल्लेखनीय काम हो रहा है। बिहार भी अपने संसाधनों के बल पर अच्छा काम कर रहा है और जल्द ही वहां से बेहतर परिणाम सबके सामने होंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जल स्तर बढ़ाने का काम सबसे अहम है और यह कार्य ग्राम स्तर तथा सामुदायिक स्तर पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बांधों में पानी की कमी को लेकर बेबुनियाद खबरें फैलाई जा रही है। बाँधों में पानी की कमी नहीं है। बांधों में 14 प्रतिशत से ज्यादा पानी उपलब्ध है।