अजमेर। लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों बीच हुए हिंसक झडप में भारतीय सैनिकों की शहादत को लेकर गुरुवार को अजमेर कलाकार संघ ने शहीद सैनिकों के लिए दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं चीन के राष्ट्रपति के पुतले को चौराहे पर फांसी देकर अपने गुस्से का इजहार किया।
देश में अन्य जगहों पर चीन के राष्ट्रीय ध्वज और उसके राष्ट्रपति का पोस्टर जलाकर विभिन्न संगठन अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं वहीं अजमेर के कलाकारों ने भी महावीर सर्किल पर संघ अध्यक्ष गोपाल बंजारा के नेतृत्व में चीन के बर्बरतापूर्ण कृत्य के प्रति विरोध जताते हुए वहां के राष्ट्रपति जिनपिंग का पुतला बनाकर उसे सार्वजनिक रूप से बीच चौराहे फांसी पर लटका दिया।
इस मौके पर चाइनीज सामान के बहिष्कार का संकल्प किया गया तथा भारत के वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों की शहादत को सलाम करते हुए मौन रखकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। बंजारा ने बताया कि चीन 1960 से राजनीतिक, कूटनीतिक तथा सैन्य बल का दबाव दिखकर भारत की भूमि पर कब्जा करने की बदनीयत रखे हुए हैं।
चीन को समझ जाना चाहिए कि भारत अब मोदी जैसे मजबूत प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाला देश है। हम किसी को आगे होकर छेडते नहीं लेकिन जो हमें छेड़ता है उसे हम छोड़ते भी नहीं है।
गलवान घाटी में चीन ने भारत के सैनिकों पर पीठ पर पीछे से छुरा घोंप कर वार किया है। इस हमले में हमारे देश की सेना के एक कर्नल और 19 सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए लेकिन उन्होंने भारत माता को लजाया नहीं और सांस उखडने से पहले दुश्मन के 45 सैनिकों को उनकी मारकर कडा संदेश दे दिया है।
भारतीय सैनिक भविष्य में भी चीन की करतूतों को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं। देश की 130 करोड़ जनता भारतीय सेना और केंद्र सरकार के साथ हमेशा खड़ी है। इस मौके पर कलाकारों ने चीन में बने उत्पादों के बहिष्कार का संकल्प किया ताकि आर्थिक मोर्चे पर भी चीन को करारा जवाब दिया जा सके।
इस अवसर पर देवी लाल जांगिड़, मनोज जैमन, नरसिंह बंजारा, राजेश पवार, गोपाल कृष्ण शर्मा, तीरथ वीजारिया, रामपाल, मुकेश बंजारा, हर्षित जैन, अमित खंडेलवाल, दिलीप भांड, हरि लोहार, शाकिर, रवि, उत्तम बंजारा, रामदेव प्रजापति, विजय सिंह, चांदमल बंजारा, विनोद बच्चानी, सैयद कमालुद्दीन, श्यामलाल समेत बडी संख्या में कलाकारों के साथ आमजन भी मौजूद रहे।