गांधीनगर। गुजरात के गांधीनगर कल्चरल फोरम ने नवरात्र के नौ दिन तक गरबा का आयोजन किया है जिसमें रोज छह हजार खेलैया एक साथ गरबा खेलेंगे।
जीसीएफ के ट्रस्टी हीरेन भट्ट ने रविवार को बताया कि इस वर्ष सरिता उद्यान के सामने सेक्टर आठ के समर्पण मैदान में अंबाजी थीम पर 71 फीट उंचा गब्बर (पहाड़) बनाकर नवरात्रि 2018 का आयोजन किया गया है।
नवरात्रि के सबसे लंबे नृत्य महोत्सव को सफल बनाने के लिए जीसीएफ के 250 स्वयंसेवक निरंतर काम कर रहे हैं। इस मैदान में प्रवेश द्वार पर 200 फुट की अरवल्ली की तरह गिरीमाला (पहाडी श्रृंखला) बनाई गई है जिससे यहां अरवल्ली की हील जैसा वातावरण लगेगा। दस से 18 अक्टूबर तक नवरात्र के दौरान लगभग 20 हजार लोग हर दिन गरबा-डांडिया का आनंद ले सकेंगे।
भट्ट ने बताया कि यहां के जय अंबे परिवार द्वारा अंबाजी के मंदिर की अखंड ज्योति से ज्योति प्रज्वलित कर यहां लाकर नौ दिनों तक उसे अखंड रखकर दसवें दिन उस अखंड ज्योति को वापस अंबाजी मंदिर पहुंचाया दिया जाएगा। जय अंबे परिवार के लोग पिछले 30 वर्षों से हर साल पदयात्रा कर अंबाजी दर्शन करने जाते हैं।
जीसीएफ पारम्परिक गरबा के लिए जाना जाता है। गरबा आयोजन के दौरान बच्चे, युवक-युवती, वृद्ध सभी गरबा करते तथा देखते हुए देवी की प्रार्थना करते हैं। गरबा के अंत में हर दिन सबसे अच्छी नृत्यकला-गरबा और सबसे अच्छे पोशाक के लिए कई पुरस्कारों की घोषणा की जाती है। यहां हस्तकला के कारीगरों के लिए 50 स्टॉल और नाश्ता के 25 स्टॉल लगाए गए हैं।