उज्जैन। उत्तरप्रदेश के कानपुर में आठ पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों की हत्या के आरोपी एवं कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को आज मध्यप्रदेश के उज्जैन में पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद उसे उत्तरप्रदेश पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
विकास दुबे सुबह नाटकीय ढंग से उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर में देखा गया। वहां पर सुरक्षा में तैनात निजी कंपनियों के कर्मचारियों ने उसे पहचान लिया और इसकी सूचना महाकाल थाना पुलिस को दी। पुलिस कर्मचारियों ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया। इसकी सूचना तत्काल उत्तरप्रदेश पुलिस को दी गई और देर शाम आरोपी विकास दुबे को उत्तरप्रदेश पुलिस के दल के हवाले कर दिया गया।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि विकास दुबे को हिरासत में लेने के बाद दिन भर सामान्य पूछताछ की गयी। बताया गया है कि वह एक लग्जरी कार से उत्तरप्रदेश से उज्जैन पहुंचा। उसे आश्रय देने वाले स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की गई। देर शाम उत्तरप्रदेश पुलिस का दल यहां पहुंचा और आरोपी को उस दल के सुपुर्द कर दिया गया।
सूत्रों का कहना है कि पांच लाख रुपए के इनामी विकास दुबे के खिलाफ उत्तरप्रदेश पुलिस के समक्ष मामले दर्ज हैं और वह गंभीर अपराधों में वांछित है। इसलिए वहीं की पुलिस उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई करेगी।
वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेताओं ने इस मामले में सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि विकास दुबे ने समर्पण किया है और इसमें एक नेता की भूमिका संदिग्ध नजर आती है। कांग्रेस ने इस संपूर्ण मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और अन्य नेताओं ने ट्वीट भी किए हैं।
वहीं विकास दुबे के उज्जैन में मिलने के तत्काल बाद राजधानी भोपाल में गृ़ह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से कहा कि विकास दुबे और उसके दो साथियों बिट़टू तथा सुरेश को गिरफ्त में लिया गया है। इस मामले में पुलिस विधि अनुसार कार्य करेगी।
तीन जुलाई को उत्तरप्रदेश के कानपुर जिले में आठ पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों की हत्या के बाद से वह फरार था और उत्तरप्रदेश पुलिस की अलग अलग टीम उसकी जगह जगह तलाश कर रही थीं।
वहीं प्रदेश पुलिस ने भी साफ किया है कि विकास दुबे को पुलिस ने ‘कस्टेडी’ में लिया था और विघिसम्मत कार्रवाई के तहत उसे देर शाम उत्तरप्रदेश पुलिस को सौंप दिया गया। आगे की कार्रवाई उत्तरप्रदेश पुलिस ही करेगी, क्योंकि उसके खिलाफ उत्तरप्रदेश में ही आपराधिक मामले दर्ज हैं। विकास दुबे को लेकर दिन भर चले घटनाक्रमों के बीच अभी भी अनेक सवाल अनुत्तरित हैं।