जयपुर। राजस्थान राज्य सहकारी क्रय विक्रय संघ लि (राजफैड) द्वारा 16 हजार 228 किसानों से बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत 194.52 करोड रूपये की लहसुन खरीद की गई है।
राज्य के सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि कोटा, बारां, बून्दी, प्रतापगढ़, झालावाड़, चित्तौडगढ़ एवं जोधपुर में 28 केन्द्रों पर 59 हजार 722 टन की लहसुन खरीद हो चुकी है। उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने 18 जून तक लहसुन की उपज बेची थी उनके बैंक खातों में ऑनलाईन भुगतान कर दिया गया है।
किलक ने बताया कि अब तक 15 हजार 669 किसानों को 183.23 करोड़ रूपये का भुगतान किया जा चुका है। तथा शेष किसानों का भुगतान भी एक सप्ताह के भीतर कर दिया जायेगा। प्रारम्भ में 11 केन्द्रों पर खरीद शुरू की गई थी जिसे किसानों की मांग के अनुसार बढाकर 28 किया गया।
उन्होंने बताया कि किसानों से खरीदे गये लहसुन को केन्द्र सरकार के निर्देशानुसार राजस्थान से बाहर बेचा जा रहा है। उन्होंने बताया कि लहसुन 200 रूपये से 1100 रूपये प्रति क्विन्टल की दर राजफैड को प्राप्त हो रही है। उन्होंने बताया कि किसानों के हित में की जा रही इस खरीद में हानि को राज्य सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसानों को लहसुन का बाजार भाव बहुत कम 5 से 10 रूपये मिल रहा था, ऐसे में किसानों को उपज का वाजिब दाम दिलाने के लिए सरकार ने लहसुन खरीद शुरु की।
उन्होंने बताया कि किसानों से 3257 रूपये प्रति क्विन्टल की दर से लहसुन खरीदा गया। उन्होंने बताया कि किसानों से सुगम एवं पारदर्शी खरीद के लिए ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन से खरीद प्रक्रिया अपनाई गई है जिसमें किसान ने गिरदावरी एवं भामाशाह कार्ड के द्वारा ई-मित्र अथवा खरीद केन्द्र से अपना पंजीयन कराया।
पंजीयन के बाद किसान को उसके पंजीकृत मोबाईल नम्बर पर तुलाई दिनांक की सूचना का मैसेज भेजा गया और किसान द्वारा निर्धारित तिथि को लहसुन बैचान के बाद त्वरित ही उसके पंजीकृत बैंक खाते में ऑनलाईन भुगतान किया गया। इस योजना के तहत लहसुन की खरीद बीस जून तक की गई और किसानों को इसका और लाभ पहुंचाने के लिए खरीद की अवधि बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं।